Morocco में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली और फुटबॉल पर अरबों खर्च के खिलाफ GenZ का विरोध प्रदर्शन, 3 की मौत, 1000 गिरफ्तार

Rozanaspokesman

विदेश, अमरिका

मोरक्को में GenZ का विरोध प्रदर्शन जारी है। युवा गुरुवार को लगातार छठी रात विरोध करने सड़कों पर उतरे।

Morocco's youth protest 2030 World Cup spending over schools and hospitals news in hindi

Morocco Gen Z Protest News in Hindi: उत्तरी अफ्रीकी देश मोरक्को में स्वास्थ्य और शिक्षा सुधारों की मांग को लेकर भड़का GenZ आंदोलन हिंसक हो गया। राजधानी रबात में प्रदर्शनकारियों ने बैंक फूंक दी। कई दुकानों-गाड़ियों में तोड़फोड़ की। अब तक 2 लोगों की मौत हो गई है, 263 पुलिसकर्मी और 300 से ज्यादा नागरिक घायल हुए हैं। प्रदर्शनकारियों ने 160 से अधिक कारों में आग लगा दी और कई बैंकों तथा दुकानों को निशाना बनाया। 

सरकार ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है और 400 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। यह आंदोलन सोशल मीडिया के जरिए आयोजित किया गया था और अब यह मोरक्को के कई शहरों में फैल गया है। युवाओं का गुस्सा सरकार की नीतियों और खासकर स्वास्थ्य और शिक्षा सेवाओं की खराब स्थिति के खिलाफ है

मोरक्को की सरकार 2030 फीफा वर्ल्ड कप और अफ्रीका कप ऑफ नेशंस के लिए 10 अरब डॉलर (करीब 8.8 लाख करोड़ रुपए) खर्च कर रही है। जबकि देश में सरकारी अस्पतालों में सुविधाओं की भारी कमी है।

रिपोर्ट्स  के मुताबिक युवाओं के नेतृत्व वाले इस विरोध आंदोलन को GenZ 212 कहा जा रहा है। 212 मोरक्को के इंटरनेशनल टेलीफोन डायलिंग कोड है। विदेश से मोरक्को में किसी को कॉल करने पर नंबर के पहले +212 लगाते हैं।

नेपाल की तरह भी मोरक्को में भी विरोध प्रदर्शन करने वाले युवाओं का कोई लीडर नहीं है। लोग सोशल मीडिया के जरिए से रैली कर रहे हैं। मोरक्को में बेरोजगारी दर 12.8% है, जिसमें युवा बेरोज़गारी 35.8% और स्नातकों में 19% तक पहुंच गई है।

यह आंदोलन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे टिकटॉक और डिस्कॉर्ड पर शुरू हुआ था। पिछले रविवार को प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी के बाद इसे और समर्थन मिलने लगा। गिरफ्तार हुए लोगों में मोरक्को के स्टार गोलकीपर यासीन बौनू और प्रसिद्ध रैपर एल ग्रांडे टोटो भी शामिल हैं।

इसके बाद बुधवार को हिंसक प्रदर्शन तेज हो गए। राजधानी रबात, मुख्य वाणिज्यिक शहर कासाब्लांका और बंदरगाह शहर टैंजियर में भी विरोध प्रदर्शन हुए। स्थानीय मीडिया ने बताया कि पर्यटन केंद्र माराकेश में भी हिंसा हुई और प्रदर्शनकारियों ने एक पुलिस स्टेशन को आग लगा दी।

गृह मंत्रालय के प्रवक्ता रशीद अल खल्फी ने बताया कि अशांति के बाद पूरे मोरक्को में 409 लोगों को हिरासत में लिया गया। 260 से ज़्यादा पुलिस अधिकारी और 20 प्रदर्शनकारी घायल हुए, और 40 पुलिस वाहनों और 20 निजी कारों को आग लगा दी गई।

यह विद्रोह नेपाल, इंडोनेशिया, फिलीपींस और मेडागास्कर में पिछले महीने युवाओं के नेतृत्व में हुए बड़े प्रदर्शनों के बाद हुआ है। नेपाल में विरोध के कारण प्रधानमंत्री को इस्तीफा देना पड़ा, जबकि मेडागास्कर के राष्ट्रपति ने प्रदर्शनकारियों को शांत करने के प्रयास में अपनी सरकार भंग कर दी।