सिंगापुर में चीनी मूल का युवक भारतीय महिला के साथ मारपीट और दुर्व्यवहार का दोषी करार
‘द स्ट्रेट टाइम्स’ अखबार में प्रकाशित खबर के मुताबिक, वोंग को आगामी 31 जुलाई को सजा सुनाई जा सकती है।
सिंगापुर : सिंगापुर में चीनी मूल के एक युवक को कोविड-19 महामारी के दौरान कार्यालय की तरफ जा रही एक भारतीय महिला को ठीक तरीके से मास्क न पहनने पर अपशब्द कहने और उसके साथ मारपीट करने के मामले में मंगलवार को दोषी करार दिया गया।
32 वर्षीय वोंग जिंग फोंग ने मई 2021 में चो चू कांग में नॉर्थवेल परिसर के पास 57 साल की हिंडोचा नीता विष्णुबाई के साथ मारपीट और दुर्व्यवहार किया था। ‘द स्ट्रेट टाइम्स’ अखबार में प्रकाशित खबर के मुताबिक, वोंग को आगामी 31 जुलाई को सजा सुनाई जा सकती है।
सुनवाई के दौरान विष्णुबाई ने अदालत में गवाही दी कि वह तेजी से चो चू कांग स्टेडियम की तरफ जा रही थी, जहां वह एक फास्टफूड रेस्तरां में काम करती थी और इस दौरान उसने अपना मास्क नाक से नीचे खिसका रखा था। गवाही के मुताबिक, स्टेडियम की तरफ जाते समय वोंग और उसकी मंगेतर ने विष्णुबाई को पीछे से आवाज लगाई और जब उसने पीछे मुड़कर देखा, तो दोनों ने उससे मास्क ऊपर करने कहा।
सिंगापुर में कोविड-19 महामारी के दौरान तेजी से चलना उन गतिविधियों में शामिल था, जिस दौरान नाक-मुंह को मास्क से ढंकने से छूट मिली हुई थी। अभियोजन पक्ष ने अदालत से कहा कि विष्णुबाई ने वोंग और उसकी मंगेतर को समझाया कि वह तेजी से चल रही है, जिससे उसे बहुत पसीना आ रहा है और उसकी सांस भी फूल रही है।
अभियोजन के मुताबिक, “वोंग और उसकी मंगेतर ने विष्णुबाई को फटकार लगाई तथा उसके खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल किया। विवाद को शांत करने के लिए विष्णुबाई ने दोनों से कहा कि ‘भगवान आपका भला करे’ और आगे बढ़ने लगी। लेकिन वोंग ने गुस्से में विष्णुबाई के सीने पर एक के बाद एक कई मुक्के जड़ दिए, जिससे वह जमीन पर गिर पड़ी। इसके बाद वोंग अपनी मंगेतर के साथ वहां से चला गया।”
विष्णुबाई ने गवाही दी कि एक प्रत्यक्षदर्शी ने उसे उठाया और उसकी बाईं कलाई पर आई चोट पर पट्टी लगाई। विष्णुबाई ने उसी शाम पुलिस में घटना की शिकायत दर्ज कराई।
सुनवाई के दौरान वोंग ने कहा कि विष्णुबाई का लहजा आक्रामक और व्यंग्यात्मक था। उसने आरोप लगाया कि विष्णुबाई ने उसे और उसकी मंगेतर को अपशब्द कहे, जिसके जवाब में उसने उसे धक्का दे दिया। वोंग ने माना कि उसने विष्णुबाई को अपशब्द कहे, लेकिन कहा कि ये नस्ली टिप्पणियां नहीं थीं।