17 साल के भारतीय-अमेरिकी नील मुद्गल ने जीता विज्ञान प्रतिभा खोज पुरस्कार, मिले 2.50 लाख डॉलर
समारोह में मुद्गल सहित 40 विजेताओं को कुल 18 लाख डॉलर से अधिक की पुरस्कार राशि दी गई।
वाशिंगटन : मिशिगन में भारतीय मूल के एक किशोर ने अमेरिका में हाईस्कूल छात्रों को दिया जाने वाला सबसे प्रतिष्ठित विज्ञान प्रतिभा खोज पुरस्कार जीत लिया है। नील मुद्गल (17) को 2023 की ‘रीजेनरॉन साइंस टैलेंट सर्च’ प्रतियोगिता में एक ऐसा कंप्यूटर मॉडल बनाने के लिए 2.50 लाख डॉलर का पुरस्कार दिया जाएगा, जो आसानी से उपलब्ध डेटा का इस्तेमाल करके ‘राइबोन्यूक्लिक एसिड’ (आरएनए) के अणुओं की संरचना का त्वरित एवं सटीक अनुमान लगाने में सक्षम है।
यह प्रतियोगिता अमेरिका में हाईस्कूल के छात्रों के लिए आयोजित की जाने वाली सबसे पुरानी और सबसे प्रतिष्ठित विज्ञान एवं गणित प्रतियोगिता है। मुद्गल ने कहा कि कि उनका कंप्यूटर मॉडल कुछ बीमारियों के निदान और उपचार की प्रक्रिया को आसान बनाएगा।. एक बयान के मुताबिक, मुद्गल के कंप्यूटर मॉडल में किसी आरएनए अणु की आणविक संरचना के आधार पर उसके संभावित आकार पर प्रकाश डालने वाली एक ‘लाइब्रेरी’ मौजूद है।
बयान के अनुसार, अमेरिकी पत्रकार सोलडेड ओब्रायन ने कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया। समारोह में मुद्गल सहित 40 विजेताओं को कुल 18 लाख डॉलर से अधिक की पुरस्कार राशि दी गई।विजेताओं का चयन उनके कार्य की वैज्ञानिक दृढ़ता, समस्याओं का समाधान निकालने की असाधारण क्षमताओं और एसटीईएम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) विषयों में अग्रणी बनने की ललक के आधार पर किया गया।.
वर्जीनिया की एमिली ओकेशियो (18) इस प्रतियोगिता में दूसरे, कैलिफोर्निया के एलेन शू (17) तीसरे पायदान पर रहे। ओकेशियो और शू को क्रमश: 1.75 लाख डॉलर और 1.50 लाख डॉलर की पुरस्कार राशि प्रदान की गई। सोसाइटी फॉर साइंस की अध्यक्ष एवं साइंस न्यूज की कार्यकारी प्रकाशक माया अजमेरा ने कहा, “रीजेनरॉन साइंस टैलेंट सर्च 2023 के विजेताओं को बधाई। ये युवा वैज्ञानिक हमारा भविष्य संवारेंगे। मैं उनकी रचनात्मकता और दृढ़ता की कायल हूं।”