राहुल गांधी ने सत्य का कवच पहना है, उन्हें कोई नहीं खरीद सकता: प्रियंका गांधी
प्रियंका गांधी ने दावा किया, ‘‘अडाणी और अंबानी ने देश के बड़े से बड़े नेता खरीद लिए, पीएसयू खरीद लिए, मीडिया खरीद लिया, लेकिन मेरे भाई को खरीद नहीं...
गाजियाबाद : तीन जनवरी (भाषा) कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने मंगलवार को ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के उत्तर प्रदेश में दाखिल होने पर अपने बड़े भाई राहुल गांधी एवं अन्य ‘भारत यात्रियों’ का स्वागत किया और कहा कि राहुल ने सत्य का कवच पहन रखा है जिस वजह से भगवान उनकी ठंड और दूसरी सभी चीजों से सुरक्षा करेगा।. उन्होंने दो बड़े उद्योगपतियों का उल्लेख करते हुए कहा कि राहुल गांधी को कोई खरीद नहीं सकता और वह सच्चाई से पीछे नहीं हटने वाले हैं।
कांग्रेस की उत्तर प्रदेश मामलों की प्रभारी प्रियंका गांधी ने पार्टी कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे जगह-जगह ‘मोहब्बत की दुकान’ की फ्रेंचाइजी खोलें।
उन्होंने राहुल गांधी की तरफ मुखातिब होते हुए कहा, ‘‘मेरे बड़े भाई, सबसे ज्यादा गर्व तुम पर है। सत्ता की ओर से पूरा जोर लगाया गया, सरकार ने हजारों करोड़ रुपये खर्च किए, ताकि इनकी छवि खराब की जा सके। लेकिन वह सच्चाई से पीछे नहीं हटे। एजेंसियां लगाई गईं, लेकिन वह डरे नहीं। वह योद्धा हैं।’’
प्रियंका गांधी ने दावा किया, ‘‘अडाणी और अंबानी ने देश के बड़े से बड़े नेता खरीद लिए, पीएसयू खरीद लिए, मीडिया खरीद लिया, लेकिन मेरे भाई को खरीद नहीं पाए और कभी खरीद भी नहीं सकते।’’
उनका कहना था, ‘‘किसी ने मुझसे कहा कि क्या आपके भाई को ठंड नहीं लगती क्योंकि वह केवल एक टी-शर्ट पहनकर चल रहे हैं। किसी ने कहा कि इन्हें ठंड से बचाओ, जैकेट तो पहनवाओ। किसी ने कहा कि अब कश्मीर जा रहे हैं, क्या उनकी सुरक्षा को लेकर डर नहीं लगता? मेरा जवाब यह है कि वह सत्य का कवच पहने हुए हैं। भगवान इनको सुरक्षित रखेगा। ’’.
प्रियंका गांधी ने कहा, ‘‘जब तक आप लोग इस देश के सत्य को पहचानेंगे तब तक भगवान इस देश की सच्चाई की रक्षा करेगा।’’.
उनका कहना था, ‘‘एकता में ही आपका विकास है। पूरे देश में एकता और सद्भावना का पैगाम ले जाइए।’’. उन्होंने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया, ‘‘राहुल गांधी ने नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोली है। मैं सबसे कहना चाहती हूं कि हर जगह मोहब्बत की दुकान की फ्रेंचाइजी खोलो। अगर यह दुकान नहीं खोलोगे तो नफरत की राजनीति बढ़ती रहेगी और आपकी समस्याओं का समाधान नहीं होगा, रोजगार नहीं मिलेगा, अर्थव्यवस्था आगे नहीं बढ़ पाएगी।’’.