दिल्ली : Uber ऑटो रिक्शा चालक पर महिला पत्रकार से छेड़छाड़ का आरोप, FIR दर्ज
पीड़िता ने ट्विटर पर अपनी आपबीती बयां की।
New Delhi: दिल्ली पुलिस ने एक उबर ऑटो-रिक्शा के खिलाफ एक महिला पत्रकार से छेड़छाड़ के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पुलिस के मुताबिक, भारत नगर में रहने वाली पत्रकार ने घटना के संबंध में बृहस्पतिवार रात न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी पुलिस थाने में एक शिकायत दर्ज कराई थी।
पुलिस ने बताया कि पीड़िता ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि बुधवार शाम चार बजकर करीब 40 मिनट पर वह न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी से मालवीय नगर जा रही थी, जिस दौरान उबर चालक ने अशोभनीय हरकत की और वह उसे कामुकता से घूर रहा था। पुलिस उपायुक्त (दक्षिण-पूर्व) राजेश देव ने बताया कि भारतीय दंड संहिता की धारा 509 (महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के इरादे से शब्द का प्रयोग, भाव-भंगिमा या कृत्य को अंजाम देना) के तहत एक मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस ने बताया कि ऑटो रिक्शा का पंजीकरण मोहम्मद युनूस खान के नाम से पाया गया, जो गोविंदपुरी के नेहरू कैम्प में रहता है। आरोपी चालक को पकड़ने के लिए उनसे पूछताछ की जा रही है।
पीड़िता ने ट्विटर पर अपनी आपबीती बयां की।
उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘‘मैंने अपने मित्र के घर जाने के लिए एक ऑटो (रिक्शा) बुक किया था। (यात्रा के दौरान) कुछ देर बाद, मैंने पाया कि चालक वाहन के ‘साइड मिरर’ (किनारे लगे शीशे) से मुझे देख रहा है, खास तौर पर मेरे स्तनों को। मैं सीट पर थोड़ी दायीं ओर खिसक गई जिससे वाहन के बायें ‘साइड मिरर’ में मैं नजर नहीं आ रही थी।’’
महिला ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘इसके बाद वह मुझे दायीं ओर के ‘मिरर’ से देखने लगा। तब मैं पूरी तरह से बायीं ओर खिसक गई और दोनों ‘मिरर’ में वह मुझे देख नहीं पा रहा था। लेकिन फिर उसने पीछे देखना शुरू किया.... और वह बार-बार मुझे देख रहा था। मैंने उबर ऐप की सुरक्षा सहायता का उपयोग करने की कोशिश की, लेकिन नहीं कर पाई।’’
पीड़िता ने बताया कि उन्होंने यात्रा रद्द नहीं की क्योंकि यह थोड़ी दूरी के लिए ही थी।
दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) ने कहा है कि उसे इस विषय में एक शिकायत मिली है और दिल्ली पुलिस तथा ऐप के जरिये ‘कैब’ सेवा प्रदान करने वाली कंपनी को एक नोटिस जारी किया गया है। आयोग ने कहा कि उसने छह मार्च तक एक कार्रवाई रिपोर्ट भी मांगी है। उबर को भेजे अपने नोटिस में उसने उन कदमों का ब्यौरा मांगा जिससे इस तरह की घटनाओं की रोकथाम सुनिश्चित हो सके। साथ ही, आयोग ने यह भी बताने को कहा है कि आरोपी ऑटो चालक का पुलिस सत्यापन किया गया था, या नहीं।.