मेघालय में चुनाव के बाद हुई हिंसा , कई लोग घायल, एक व्यक्ति की मौत
अधिकारी ने बताया कि जिला पुलिस ने कल रात हिंसक भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे।
शिलांग : मेघालय में चुनाव के बाद कम से कम तीन विधानसभा क्षेत्रों में हुई हिंसा में कई लोग घायल हो गए। वहीं राज्य में रहस्यमय स्थिति में एक व्यक्ति का शव बरामद हुआ है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ईस्टर्न वेस्ट खासी हिल्स के मईरंग निर्वाचन क्षेत्र, ईस्ट खासी हिल्स के शेल्ला और वेस्ट जयंतिया हिल्स के मोवकैव में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की गई है।
जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि मईरंग में उपायुक्त (डीसी) कार्यालय परिसर में खड़े कई वाहनों में आग लगा दी गई। उन्होंने कहा, ‘‘ हिंसा स्थल पर रहस्यमय स्थिति में एक व्यक्ति का शव बरामद हुआ है।’’
घटना बृहस्पतिवार को कांग्रेस समर्थकों द्वारा मईरंग विधानसभा क्षेत्र के परिणामों पर असंतोष व्यक्त करते हुए डीसी कार्यालय का घेराव करने के तुरंत बाद हुई।
मेघालय विधानसभा अध्यक्ष एवं यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी) के प्रमुख मेटबाह लिंगदोह ने इस सीट पर कांग्रेस के अपने प्रतिद्वंद्वी बत्शेम रिनथियांग को मामूली अंतर से मात दी है। अधिकारी ने बताया कि जिला पुलिस ने कल रात हिंसक भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे।
सोहरा में एक अन्य घटना में नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के समर्थकों ने शेल्ला विधानसभा क्षेत्र के परिणामों से निराश होने के बाद एसडीओ के कार्यालय पर पथराव किया। जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) एम. जी. आर. कुमार ने कहा, ‘‘ स्थिति अब नियंत्रण में है और अतिरिक्त बल तैनात किया गया है।’’
यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी) के बालाजिद कुपार सिनरेम ने इस सीट पर एनपीपी के उम्मीदवार को मात दी है।
वेस्ट जयंतिया हिल्स के मोवकैव में जिला प्रशासन ने बृहस्पतिवार को विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद दो गुटों में हुई झड़प के मद्देनजर सहसनियांग गांव में कर्फ्यू लगा दिया। स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया, ‘‘ ऐसी आशंका है कि कार्रवाई न की गई तो हिंसा फैल सकती है...’’ और इससे जानमाल का नुकसान हो सकता है।
मेघालय में 59 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव के बृहस्पतिवार को मिले परिणाम में सत्तारूढ़ नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) 26 सीट पर जीत दर्ज करके सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है। हालांकि वह 60 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के आंकड़े को नहीं छू सकी। एनपीपी की सहयोगी रही यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी) 11 सीट पर जीत हासिल कर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस पांच-पांच सीट पर विजय रही। भाजपा केवल दो सीट ही अपने नाम कर पाई।.
नव गठित ‘वॉयस ऑफ द पीपुल पार्टी’ (वीपीपी) ने चार सीट पर जबकि ‘हिल स्टेट पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी’ (एचएसपीडीपी) ने दो सीट पर जीत दर्ज की है।