कंझावला घटना: दिल्ली महिला आयोग ने पीड़िता के चरित्र पर सवाल न उठाने की अपील की
मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जो अभी पुलिस हिरासत में हैं। अंजली सिंह का मंगलवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया था।
New Delhi : दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने बुधवार को लोगों से अपील की कि वे कंझावला हादसे में जान गंवाने वाली युवती के चरित्र पर सवाल न उठाएं। हादसे के समय युवती के साथ मौजूद उसकी सहेली के कुछ दावों के बाद उस पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
पुलिस के अनुसार, कंझावला में अंजली सिंह (20) की स्कूटी को एक कार ने टक्कर मार दी और युवती को कई किलोमीटर घसीटते हुई ले गई। रविवार को हुई इस घटना में युवती की मौत हो गई थी। स्कूटी पर अंजली के पीछे बैठी उसकी सहेली ने मंगलवार को दिल्ली पुलिस के समक्ष अपना बयान दर्ज करवाया था। उसने दावा किया था कि हादसे के समय अंजली नशे में थी और वाहन चलाने की जिद कर रही थी।
नाम उजागर न करने की शर्त पर उसकी सहेली ने बताया कि वे शनिवार रात उसके सहेलीों से मिलने एक होटल गए थे।
दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख मालीवाल ने सवाल किया कि पुलिस के, सीसीटीवी कैमरे के फुटेज के जरिए उस तक पहुंचने तक वह चुप क्यों थी?.
मालीवाल ने कहा, ‘‘ अंजली की सहेली उस पर इल्ज़ाम लगा रही है। वह हादसे के समय अंजली के साथ थी। वह घटनास्थल से घर आ गई। जो कुछ भी हुआ, उसके बारे में क्या उसने पुलिस या अंजली के परिवार को बताने की जरूरत नहीं समझी?’’.
उन्होंने कहा, ‘‘ अंजली को जो कार घसीटते हुए ले जा रही थी वह (सहेली) उसका पीछा कर सकती थी, वह (अंजली) भी मदद की गुहार लगा रही होगी। वह (सहेली) कुछ तो कर सकती थी जिससे अंजलि की जान बच जाती। वह कैसी सहेली है? ’’.
अंजली की सहेली के दावों की जांच की मांग करते हुए मालीवाल ने कहा कि अंजलि ने दर्द से तड़पते हुए दम तोड़ दिया और अब उसके चरित्र पर हमला नहीं होना चाहिए।.
मालीवाल ने कहा, ‘‘ उसने दर्द से दम तोड़ दिया। उसे 12 किलोमीटर तक घसीटा गया और उसका शव निर्वस्त्र बरामद हुआ। उसकी सहेली के दावों की जांच की जानी चाहिए। अंजली के साथ जो हुआ उसके लिए उसे ही जिम्मेदार नहीं ठहराना चाहिए। दोषियों को फांसी होनी चाहिए। ’’.
मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जो अभी पुलिस हिरासत में हैं। अंजली सिंह का मंगलवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया था।