आदमपुर में जीत सकते है बिश्नोई
आदमपुर उपचुनाव भले ही भजनलाल परिवार की विरासत से जुड़ा हो लेकिन हरियाणा BJP ने भी इसकी पूरी रणनीति बनाई।
आदमपुर: आदमपुर उप चुनाव में 3 नवंबर यानी कल 76.51% वोटिंग हुई। पिछले यानी 2019 में 75.79% वोटिंग हुई थी। इस चुनाव में कुलदीप बिश्नोई जीते। उन्होंने भाजपा की चर्चित नेता सोनाली फोगाट को 29 हजार वोट से हराया था। इससे पहले 2014 के विधानसभा चुनाव में 78.21% प्रतिशत वोटिंग हुई। तब कुलदीप बिश्नोई ने INLD के कुलवीर सिंह को 17 हजार वोट से हराया। 1968 से लेकर 2019 तक इस सीट पर 70 से 81% ही मतदान होता रहा है। हर बार यहां भजनलाल परिवार ही जीतता रहा है।
हिसार की आदमपुर सीट पर इस बार कमल खिलने के आसार हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि कल हुए उपचुनाव में 76.51% मतदान हुआ है। यह वोटिंग % पूर्व CM चौधरी भजनलाल परिवार की जीत के लिए हमेशा मुफीद रहा है।
वोटिंग % कैसे भव्य के हक में, यहां देखिए
आदमपुर उप चुनाव में 3 नवंबर यानी कल 76.51% वोटिंग हुई। पिछले यानी 2019 में 75.79% वोटिंग हुई थी। इस चुनाव में कुलदीप बिश्नोई जीते। उन्होंने भाजपा की चर्चित नेता सोनाली फोगाट को 29 हजार वोट से हराया था। इससे पहले 2014 के विधानसभा चुनाव में 78.21% प्रतिशत वोटिंग हुई। तब कुलदीप बिश्नोई ने INLD के कुलवीर सिंह को 17 हजार वोट से हराया। 1968 से लेकर 2019 तक इस सीट पर 70 से 81% ही मतदान होता रहा है। हर बार यहां भजनलाल परिवार ही जीतता रहा है।
जानिए कैसे अंतिम समय में BJP की रणनीति कारगर नजर आ रही?
आदमपुर उपचुनाव भले ही भजनलाल परिवार की विरासत से जुड़ा हो लेकिन हरियाणा BJP ने भी इसकी पूरी रणनीति बनाई। कैंडिडेट चयन से लेकर चुनाव प्रचार तक पर स्ट्रेटजी बना काम हुआ।
इसके कुछ प्रमुख प्वाइंट्स पढ़िए :-
कुलदीप बिश्नोई का जीत के बाद आदमपुर के लोगों से न मिलना सबसे बड़ी नाराजगी थी। BJP इसे पहले ही भांप गई। इसलिए कुलदीप की जगह भव्य बिश्नोई को टिकट दी।
भाजपा ने आदमपुर की जनता को भी मैसेज दिया कि उनकी नाराजगी जायज है। इसलिए कुलदीप को इस बार टिकट नहीं दी।
कुलदीप के पार्टी में आते ही 26 साल से विपक्ष में बैठे आदमपुर में विकास कार्य शुरू करा दिए। इसके लिए उपचुनाव का इंतजार नहीं किया। जिससे आदमपुर की जनता में भरोसा बढ़ा।
प्रचार के अंतिम दिन CM मनोहर लाल प्रचार करने पहुंचे। सरकार से विकास का भरोसा दिलाया। दादी जसमा देवी से भव्य के लिए वोटिंग अपील करा इमोशनल कार्ड भी खेला। सबसे अहम डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला इसी रैली में शामिल कर जजपा के वर्करों को भी साथ आने का स्पष्ट संकेत दे दिया।