राष्ट्रपति मुर्मू सूरीनाम के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित
452 भारतीय मजदूरों को लेकर पहला जहाज पांच जून, 1873 को सूरीनाम की राजधानी पारामारिबो पहुंचा था।
पारामारिबो : सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिकाप्रसाद संतोखी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सूरीनाम के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार 'ग्रैंड ऑर्डर ऑफ द चेन ऑफ द येलो स्टार' से सम्मानित किया। राष्ट्रपति मुर्मू तीन दिवसीय राजकीय यात्रा पर रविवार को सूरीनाम पहुंची। पिछले साल जुलाई में राष्ट्रपति पद का कार्यभार संभालने के बाद यह उनकी पहली यात्रा है।
नई दिल्ली में उनके कार्यालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, सूरीनाम में प्रेसिडेंशियल पैलेस में आयोजित एक समारोह में सूरीनाम के राष्ट्रपति द्वारा उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘ग्रैंड ऑर्डर ऑफ द चेन ऑफ द येलो स्टार’ से सम्मानित किया गया। पुरस्कार स्वीकार करते हुए राष्ट्रपति मुर्मू ने राष्ट्रपति संतोखी और सूरीनाम की सरकार का इस सम्मान के लिए शुक्रिया अदा किया। राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि वह सूरीनाम का सर्वोच्च पुरस्कार पाकर बहुत सम्मानित महसूस कर रही हैं।
राष्ट्रपति मुर्मू ने सूरीनाम के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किए जाने के बाद ट्वीट किया, ‘‘ यह सम्मान न केवल मेरे लिए बल्कि भारत के उन 1.4 अरब लोगों के लिए भी बेहद मायने रखता है जिनका मैं प्रतिनिधित्व करती हूं। ’’
उन्होंने भारतीय-सूरीनाम समुदाय की विभिन्न पीढ़ियों को यह सम्मान समर्पित किया, जिन्होंने दोनों देशों के बीच संबंधों को समृद्ध करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। विदेश मंत्रालय ने भी राष्ट्रपति को सम्मानित किए जाने की जानकारी दी। मंत्रालय के आधिकारिक खाते से ट्वीट किया गया, ‘‘ भारत-सूरीनाम के गहरे संबंधों का सम्मान। सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिकाप्रसाद संतोखी ने उनके देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार 'ग्रैंड ऑर्डर ऑफ द चेन ऑफ द येलो स्टार' से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सम्मानित किया ।’’
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने राष्ट्रपति मुर्मू को बधाई दी और इस सम्मान को दोनों देशों के बीच दृढ़ संबंधों का प्रतिबिंब करार दिया।
धनखड़ ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सूरीनाम में वहां के सर्वोच्च सम्मान 'ग्रैंड ऑर्डर ऑफ द चेन ऑफ द येलो स्टार' से सम्मानित किए जाने पर बधाई। यह भारत के राष्ट्रपति के दूरदर्शी नेतृत्व का प्रमाण और दोनों देशों के बीच दृढ़ संबंधों का प्रतिबिंब है।’’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रपति मुर्मू को सूरीनाम के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाजे जाने पर उन्हें बधाई दी और कहा कि यह विशेष भाव दोनों देशों के बीच स्थायी मित्रता का प्रतीक है।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘ सूरीनाम के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘ग्रैंड ऑर्डर ऑफ द चेन ऑफ द येलो स्टार’ से सम्मानित किए जाने पर राष्ट्रपति जी को बधाई। सूरीनाम की सरकार और लोगों का यह विशेष भाव दोनों देशों के बीच स्थायी मित्रता का प्रतीक है। ’’
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को सूरीनाम के अपने समकक्ष चंद्रिकाप्रसाद संतोखी से मुलाकात कर रक्षा, कृषि, सूचना-प्रौद्योगिकी और क्षमता निर्माण सहित कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को गहरा करने के तरीकों पर चर्चा की थी।
गौरतलब है कि 452 भारतीय मजदूरों को लेकर पहला जहाज पांच जून, 1873 को सूरीनाम की राजधानी पारामारिबो पहुंचा था। इस जहाज पर सवार ज्यादातर मजदूर पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के रहने वाले थे। इस साल सूरीनाम में भारतीयों के आगमन की 150वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है।