79th Independence Day 2025: लाल किले से पीएम मोदी का कड़ा संदेश: 'परमाणु ब्लैकमेल बर्दाश्त नहीं करेगा भारत'

Rozanaspokesman

देश

ऑपरेशन सिंदूर पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद देश के आक्रोश की अभिव्यक्ति है - पीएम मोदी

PM Modi's strong message from the Red Fort: 'India will not tolerate nuclear blackmail

 79th Independence Day 2025: आज पूरा देश स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। जगह-जगह राजनीतिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले से अपने संबोधन में कहा कि ऑपरेशन सिंदूर पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद देश के आक्रोश की अभिव्यक्ति है। इस ऑपरेशन में भारतीय सैनिकों ने दुश्मनों को उनकी कल्पना से परे सजा दी है।

पीएम मोदी (PM Modi) ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत अब परमाणु ब्लैकमेल को बर्दाश्त नहीं करेगा और देश की सशस्त्र सेनाएं अपने लक्ष्य तय करेंगी और उन्हें हासिल करेंगी। उन्होंने कहा, "हमारे वीर जवानों ने दुश्मनों को उनकी कल्पना से परे सजा दी है".

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह हमारी ज़िम्मेदारी है कि हम किसी की लकीर छोटी करने में अपनी ताकत बर्बाद न करें। हमें पूरी ऊर्जा के साथ अपनी लकीर खुद बड़ी करनी होगी। अगर हम अपनी लकीर लंबी करेंगे, तो दुनिया हमारी ताकत का लोहा मानेगी। आज जब वैश्विक परिस्थितियों में आर्थिक स्वार्थ दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है, तो समय की मांग है कि हम उन संकटों का रोना रोते न रहें, बल्कि हिम्मत से अपनी लकीर लंबी करें। अगर हम यह रास्ता चुनते हैं, तो कोई भी स्वार्थ हमें अपने चंगुल में नहीं फँसा सकता।

मोदी ने कहा कि मैं देश के व्यापारियों से कहना चाहता हूँ कि हम स्वदेशी का इस्तेमाल मजबूरी में नहीं, बल्कि बलपूर्वक करेंगे और इसे ताकत के लिए इस्तेमाल करेंगे। ज़रूरत पड़ी तो हम इसका इस्तेमाल दूसरों को मजबूर करने के लिए भी करेंगे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं सभी राजनीतिक दलों और नेताओं से कहना चाहता हूँ कि यह किसी राजनीतिक दल का एजेंडा नहीं है। भारत सबका है। हमें वोकल फॉर लोकल को सभी भारतीयों का मंत्र बनाना चाहिए। हमें केवल वही चीज़ें खरीदनी चाहिए जो भारत में भारत के लोगों के पसीने से बनी हों, जिनमें हमारे लोगों की मेहनत की खुशबू हो। देखते ही देखते देश बदल जाएगा।

प्रधानमंत्री मोदी के बयान के मुख्य बिंदु:

- परमाणु ब्लैकमेल के खिलाफ सख्त रुख: पीएम मोदी ने कहा कि भारत परमाणु ब्लैकमेल को बर्दाश्त नहीं करेगा और इसका जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
- आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई: उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा और इसके लिए किसी भी तरह की धमकी से नहीं डरेगा।
- सशस्त्र सेनाओं को दी गई स्वतंत्रता: पीएम मोदी ने कहा कि सशस्त्र सेनाएं अपने लक्ष्य तय करेंगी और उन्हें हासिल करेंगी, अगर दुश्मन इस तरह की कोशिश करते हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वर्तमान समय में आईटी और डेटा की महत्वपूर्ण भूमिका है, और यह समय की मांग है कि हम साइबर सुरक्षा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे क्षेत्रों में अपनी क्षमता बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि हमें दूसरे देशों पर निर्भर रहने के बजाय अपने खुद के प्लेटफ़ॉर्म और तकनीक विकसित करने चाहिए। मोदी ने युवाओं को चुनौती दी कि वे अपने पेटेंट विकसित करें और दूसरे देशों पर निर्भरता कम करें। उन्होंने UPI की सफलता का उदाहरण देते हुए कहा कि भारत डिजिटल लेन-देन में 50 प्रतिशत का योगदान दे रहा है।

पीएम मोदी ने कहा कि जब दुनिया ग्लोबल वार्मिंग को लेकर चिंतित है, तो मैं दुनिया को बताना चाहता हूँ कि हमने लक्ष्य रखा था कि 2030 तक हम स्वच्छ ऊर्जा के उपयोग को 50 प्रतिशत तक बढ़ा देंगे। मेरे देशवासियों का संकल्प देखिए - हमने 2030 के लिए जो लक्ष्य रखा था, 50 प्रतिशत स्वच्छ ऊर्जा का, उसे हमने 2025 में ही हासिल कर लिया। क्योंकि हम प्रकृति के प्रति भी उतने ही ज़िम्मेदार हैं।

बजट का एक बड़ा हिस्सा पेट्रोल-डीज़ल लाने में खर्च होता है। अगर हम ऊर्जा पर निर्भर न होते, तो वह पैसा हमारे युवाओं के काम आता। हमारे किसानों के काम आता। हमारे गाँवों का भाग्य बदलने में काम आता। गरीबों को गरीबी से बाहर निकालने में ये बहुत उपयोगी होता, लेकिन अब हम देश को आगे बढ़ाने के लिए अलग तरह से प्रयास कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से अपने संबोधन में स्पष्ट किया कि भारत किसी भी तरह के परमाणु ब्लैकमेल को बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा, "भारत परमाणु ब्लैकमेल को स्वीकार नहीं करेगा। अगर हमारे दुश्मन इस तरह की कोशिश करते हैं, तो हमारी सशस्त्र सेनाएं अपने लक्ष्य तय करेंगी और उन्हें हासिल करेंगी।"

(For more news apart from PM Modi's strong message from the Red Fort: 'India will not tolerate nuclear blackmail news in hindi, stay tumed to Rozanaspokesman Hindi)