कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक आज:लोकसभा और पांच राज्यों के विस चुनाव की रणनीति पर होगी चर्चा
खड़गे ने दिल्ली में कहा, ‘‘इस बेठक में संगठन के बारे में ज्यादा बात होगी।
हैदराबाद: कांग्रेस की पुनगर्ठित कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की पहली बैठक शनिवार को हैदराबाद में होगी, जिसमें अगले साल के लोकसभा और इस वर्ष होने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों की रणनीति, संगठन तथा कई अन्य विषयों पर मंथन किया जाएगा। पार्टी इस आयोजन के माध्यम से तेलंगाना में सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) को भी चुनौती देने की तैयारी में है। कार्य समिति की बैठक के साथ ही कांग्रेस तेलंगाना के लिए छह ‘गारंटी’ की घोषणा करेगी।
बैठक से पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने दिल्ली में संवाददाताओं से कहा, ‘‘इस बेठक में संगठन के बारे में ज्यादा बात होगी। राहुल गांधी जी रहेंगे, सोनिया गांधी जी रहेंगी और सभी वरिष्ठ नेता रहेंगे। सभी मिलकर संगठन और पांच राज्यों के चुनावों के बारे में रणनीति को लेकर चर्चा होगी।’’
उन्होंने कहा कि बैठक में लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन को लेकर सहयोगी दलों के साथ भविष्य में होने वाली बैठक पर भी बातचीत होगी। खड़गे ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जारी पोस्ट में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी का संदेश भी साझा किया।
संदेश में सोनिया ने 2014 में तेलंगाना राज्य के गठन का उल्लेख करते हुए कहा है, ‘‘हमने तेलंगाना के लोगों से एक वादा किया था। हमने वह वादा पूरा किया है। कांग्रेस हमेशा तेलंगाना के लोगों की आकांक्षाओं के साथ खड़ी रही है।’’ सोनिया ने कहा, “अब राज्य को प्रगति और समृद्धि के एक नये युग में ले जाने का समय आ गया है। कांग्रेस कार्य समिति तेलंगाना और हमारे देश के सभी लोगों के लिए सम्मान के साथ विकास का एक नया अध्याय लिखने के लिए तैयार है।’’
बैठक से पहले, कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा कि लोकसभा चुनाव और पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों से पहले सीडब्ल्यूसी की बैठक हो रही है, जो ऐतिहासिक है।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘पिछले एक साल से कांग्रेस सड़कों पर है। पार्टी ऐसे मुद्दे उठा रही है, जिन्हें आजकल विमर्श में स्थान नहीं मिलता है... राहुल गांधी जी ने 4,000 किलोमीटर लंबी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की। यह यात्रा आज भी जारी है। इस यात्रा ने देश की राजनीति बदल दी। अब आपको मुद्दों की बात करनी पड़ेगी।’’ खेड़ा ने कहा, ‘‘राजनीति का पाठ्यक्रम अब नागपुर और पार्टियों के मुख्यालय से तय नहीं होगा, बल्कि इसे जनता तय करेगी। ‘भारत जोड़ो यात्रा’ ने यह सुनिश्चित किया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कार्य समिति की बैठक में आज जिसे जो चर्चा करनी है, जो सुझाव देने हैं, वे खुले मन से ऐसा कर पाएंगे... हमारी पार्टी में लोकतंत्र है। यह हमारी पार्टी और अन्य दलों के बीच एक बड़ा अंतर है।’’.
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘हम यह सुनिश्वित करेंगे कि लोगों की हमसे जो आशाएं और आकांक्षाएं हैं, हम उन पर खरे उतरें।’’. कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बुधवार को कहा था, “हमने 90 लोगों को कार्य समिति की बैठक के लिए आमंत्रित किया था। छह लोगों ने व्यक्तिगत कारणों से बैठक में उपस्थित होने में असमर्थता जताई है।”
उन्होंने बताया था कि इस बैठक में कांग्रेस शासित राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भी हिस्सा लेंगे। कांग्रेस कार्य समिति की बैठक 16 सितंबर को होने के बाद इसके अगले दिन विस्तारित कार्य समिति की बैठक होगी। विस्तारित कार्य समिति की बैठक में कार्य समिति के सभी सदस्यों के अलावा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और कई अन्य वरिष्ठ नेता भाग लेंगे।
इसके बाद 17 सितंबर की शाम हैदराबाद के पास एक जनसभा आयोजित की जाएगी, जिसे खरगे, सोनिया, राहुल और कई अन्य नेता संबोधित कर सकते हैं।
वेणुगोपाल ने कहा था कि कांग्रेस सांसद 18 सितंबर से शुरू हो रहे संसद के पांच दिवसीय विशेष सत्र में शामिल होने के लिए दिल्ली रवाना हो जाएंगे, लेकिन पार्टी के अन्य नेता तेलंगाना के विधानसभा क्षेत्रों में जाकर जनता से संपर्क करेंगे और बीआरएस सरकार के खिलाफ ‘आरोप पत्र’ सामने लाया जाएगा।
सूत्रों के मुताबिक, बैठक में विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) की एकजुटता को आगे ले जाने पर भी चर्चा हो सकती है।.
सूत्रों ने यह भी बताया कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दूसरे चरण की संभावनाओं को लेकर भी इस बैठक में चर्चा की जा सकती है।.
सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में महंगाई, बेरोजगारी, अर्थव्यवस्था की स्थिति, चीन के साथ सीमा पर तनाव और कथित भ्रष्टाचार के मुद्दों पर सरकार को घेरने की रणनीति पर भी मंथन हो सकता है।.
कांग्रेस ने 20 अगस्त को अपनी कार्य समिति का पुनर्गठन किया था, जिसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और राहुल गांधी समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हैं।.
कार्य समिति में 39 सदस्य, 32 स्थायी आमंत्रित सदस्य और 13 विशेष आमंत्रित सदस्य शामिल किए गए हैं। इस कार्य समिति में सचिन पायलट और शशि थरूर जैसे नेताओं को पहली बार जगह मिली है।.