SC को मिले 2 नए जज; CJI चंद्रचूड़ ने न्यायमूर्ति प्रशांत कुमार और वरिष्ठ अधिवक्ता केवी विश्वनाथन को दिलाई शपथ
इसके साथ ही एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट में 34 जजों का कोरम पूरा हो गया है.
नई दिल्ली: जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा और पूर्व वरिष्ठ अधिवक्ता केवी विश्वनाथन ने सुप्रीम कोर्ट में जज के रूप में शपथ ली है. दोनों को प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने शुक्रवार को शपथ दिलाई। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 16 मई को दोनों न्यायाधीशों की सिफारिश की थी। केंद्र ने 18 मई को उनकी नियुक्ति को मंजूरी दी थी।
इसके साथ ही एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट में 34 जजों का कोरम पूरा हो गया है. कहा जा रहा है कि केवी विश्वनाथन अगस्त 2030 में चीफ जस्टिस बनेंगे. विश्वनाथन 24 मई 2031 तक यानी 9 महीने से अधिक समय तक देश के सर्वोच्च न्यायालय का नेतृत्व करेंगे।
बता दें कि विश्वनाथन का जन्म 26 मई 1966 को हुआ था। विश्वनाथन ने भारथिअर विश्वविद्यालय, कोयम्बटूर से कानून की डिग्री पूरी की। वह 1988 में बार काउंसिल ऑफ तमिलनाडु में शामिल हुए। दो दशकों से अधिक समय तक सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस करने के बाद, उन्हें 2009 में वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नियुक्त किया गया।
न्यायमूर्ति प्रशांत मिश्रा का जन्म छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में हुआ था। उन्होंने गुरु घासीदास विश्वविद्यालय से एलएलबी की डिग्री प्राप्त की। रायगढ़ जिला न्यायालय में वकालत करने के अलावा, उन्होंने जबलपुर और बिलासपुर उच्च न्यायालयों में लंबे समय तक वकालत की।
2005 में छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय ने वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में उनके नाम पर मुहर लगा दी। वे 2 साल तक छत्तीसगढ़ राज्य बार काउंसिल के अध्यक्ष भी रहे हैं। 2007 में महाधिवक्ता नियुक्त होने के बाद 10 दिसंबर 2009 को उन्हें उच्च न्यायालय का न्यायाधीश बनाया गया। दो साल पहले उन्हें एक सीनियर जज से चीफ जस्टिस बनाया गया था।