राहुल गांधी ने तेलंगाना में कांग्रेस के सत्ता में आने पर जाति जनगणना का किया वादा

Rozanaspokesman

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तेलंगाना में 30 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने हैं।

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हैदराबाद : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को तेलंगाना की जनता से वादा किया कि अगर उनकी पार्टी प्रदेश में सत्ता में आती है तो राज्य में जाति जनगणना कराई जाएगी। राज्य में कांग्रेस की मौजूदा ‘विजयभेरी’ यात्रा के दौरान भूपालपल्ली से पेद्दापल्ली के रास्ते में एक नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव (केसीआर) पर इस मुद्दे पर मौन साधने का आरोप लगाया।

तेलंगाना में 30 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने हैं। गांधी ने कहा कि देश में सबसे बड़ा मुद्दा जाति जनगणना का है और उन्होंने कहा कि यह एक ‘‘एक्स-रे’’ है जो दलितों, आदिवासियों और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) की स्थिति पर प्रकाश डालेगा। उन्होंने कहा कि इससे यह भी पता चलेगा कि देश का धन किस तरह खर्च किया जा रहा है।

कांग्रेस नेता ने लोगों से मोदी और राव से सवाल पूछने को कहा कि वे जाति जनगणना कब कराएंगे। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस तेलंगाना में सत्ता में आती है तो उनकी पार्टी की सरकार पहला काम राज्य का ‘‘एक्स-रे’’ (जाति जनगणना) करने का करेगी।. उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासित राज्यों-छत्तीसगढ़, राजस्थान और कर्नाटक को जाति जनगणना कराने के लिए कहा गया है। गांधी ने कहा, ‘‘तेलंगाना के सपनों को पूरा करने के लिए जाति जनगणना करानी होगी। मैं आपसे वादा करता हूं कि कांग्रेस पार्टी तेलंगाना में जाति जनगणना कराएगी।’’

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने संसद में जाति जनगणना का मुद्दा उठाया था। उन्होंने कहा कि केवल 90 शीर्ष अधिकारी/नौकरशाह ही देश चलाते हैं और उनमें से केवल तीन ओबीसी से हैं। गांधी ने दावा किया, ‘‘ये (ओबीसी) अधिकारी बजट का केवल पांच प्रतिशत नियंत्रित करते हैं।’’ कांग्रेस नेता ने पूछा, ‘‘मेरा सवाल यह है कि क्या देश में ओबीसी की आबादी सिर्फ पांच प्रतिशत है?’’.

उन्होंने कहा कि उद्योगपतियों का अरबों रुपये का कर्ज माफ किया गया है। गांधी ने आरोप लगाया, ‘‘अडाणी जी कर्ज लेते हैं और उनका कर्ज माफ हो जाता है। बिना पूछे कर्ज माफ हो जाता है। लेकिन किसानों, मजदूरों, महिलाओं और युवाओं का बैंक कर्ज कभी माफ नहीं होता। दुकानदारों की जेब से जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) लिया जाता है और वह अडाणी की जेब में चला जाता है।’’.

उन्होंने कहा, ‘‘हमें ऐसा भारत नहीं चाहिए। इसलिए पहला कदम देश का ‘‘एक्स-रे’’-जाति जनगणना कराना है...और इससे भारत की प्रगति में एक नया अध्याय लिखा जाएगा।’’ गांधी ने कहा कि ‘‘एक्स-रे’’ से यह भी पता लग जाएगा कि ‘‘मुख्यमंत्री के परिवार’’ ने तेलंगाना का कितना धन ‘‘लूटा’’ है।

उन्होंने आरोप लगाया कि तेलंगाना देश का सबसे भ्रष्ट राज्य है और यहां लोगों से लाखों करोड़ रुपये छीन लिए गए हैं तथा भ्रष्टाचार के ‘तेलंगाना मॉडल’ को अन्य राज्यों में ले जाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कर्नाटक के लोगों से किए गए वादे पूरे किए हैं और इसी तरह राजस्थान और छत्तीसगढ़ के लोगों से किए गए वादे भी पूरे किए गए हैं।

गांधी ने कहा कि कांग्रेस तेलंगाना में अपनी छह गारंटी लागू करेगी। उन्होंने कहा कि वे झूठे वादे के साथ यहां नहीं आए हैं और उन्होंने राव पर अपने चुनावी वादे पूरे नहीं करने का आरोप लगाया। कांग्रेस नेता ने कहा कि आगामी चुनावी लड़ाई दोराला (सामंती) तेलंगाना और प्रजाला (जनता) तेलंगाना के बीच है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि केसीआर चुनाव हारने वाले हैं। यह दोराला तेलंगाना और प्रजाला तेलंगाना...राजा और प्रजा के बीच लड़ाई है।’’

कांग्रेस नेता ने दावा किया, ‘‘आप (लोग) चाहते थे कि तेलंगाना के लोग राज्य पर शासन करें, लेकिन 10 साल हो गए हैं, आपके मुख्यमंत्री आपसे बहुत दूर चले गए हैं। केवल एक ही परिवार तेलंगाना पर शासन कर रहा है और उसका पूरा नियंत्रण है।’’

गांधी ने अपना आरोप दोहराया कि केंद्र की भाजपा नीत सरकार उन्हें डराने के लिए विपक्षी नेताओं के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करती है।

गांधी ने सवाल किया कि अगर तेलंगाना के मुख्यमंत्री वास्तव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ लड़ रहे हैं तो उनके खिलाफ मामले क्यों नहीं दर्ज किए गए और उनके खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), आयकर विभाग और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) जांच क्यों नहीं हुई? गांधी ने कहा, ‘‘मैं भाजपा के खिलाफ लड़ता हूं और मेरे खिलाफ चौबीस मामले हैं। मुझे संसद की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया गया और मेरा आवास छीन लिया गया। मेरी लड़ाई आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) और भाजपा की विचारधारा से है।’’

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा और तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने हाथ मिलाया हुआ है, तथा भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) और भाजपा एक साथ काम कर रहे हैं। उन्होंने संसद में विधेयकों को पारित करने में भाजपा को बीआरएस के समर्थन का हवाला दिया।

असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) पर गांधी ने कहा कि एआईएमआईएम वहां अपने उम्मीदवार उतारती है जहां भाजपा चाहती है।.

गांधी ने कहा, ‘‘आपको लगता है कि एआईएमआईएम भाजपा के खिलाफ लड़ रही है? देश के किसी भी हिस्से में जहां भी कांग्रेस भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ती है, वहां एआईएमआईएम कांग्रेस को परेशान करने के लिए अपने उम्मीदवार उतार देती है।.

उन्होंने दावा किया, ‘‘यह भाजपा ही है जो एआईएमआईएम को बताती है कि कहां उम्मीदवार खड़ा करना है। यह सच है। एआईएमआईएम से भाजपा को फायदा होता है और भाजपा से एआईएमआईएम को भी फायदा होता है। और यही बात भाजपा और बीआरएस के साथ भी है...इसमें तेलंगाना की जनता पीड़ित है।’’.