बिधूड़ी के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई, तो लोकसभा की सदस्यता छोड़ने पर विचार हर सकता हूं: दानिश अली
उन्होंने सवाल किया, ‘‘क्या इस तरह की भाषा आरएसएस की शाखा में सिखाई जाती है? क्या मोदी जी के नए भारत की प्रयोगशाला में यह सब सिखाया जाता है?’’
New Delhi: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सांसद दानिश अली ने शुक्रवार को कहा कि अगर लोकसभा के भीतर आपत्तिजनक टिप्पणियां करने के लिए भारतीय जनता पार्टी के सदस्य रमेश बिधूड़ी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती है, तो वह भारी मन से सदन की सदस्यता छोड़ने पर भी विचार कर सकते हैं।
उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ बातचीत में यह भी कहा कि संसद के भीतर उनके खिलाफ ‘हेट स्पीच’ (नफरती बयान) की गई है। उन्होंने कहा, ‘‘ जब एक संसद सदस्य के साथ संसद के भीतर ऐसा हो सकता है, तो एक आम नागरिक और एक मुसलमान के साथ क्या हो रहा होगा।’’ अली ने कहा, ‘‘अब तक हेट स्पीच सड़क पर होती थी, लेकिन अब संसद के भीतर हो रही है। मैं रात भर सो नहीं पाया।’’.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला द्वारा बिधूड़ी को चेतावनी दिए जाने के सवाल पर बसपा सांसद ने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि लोकसभा अध्यक्ष इस पर कार्रवाई करेंगे। अगर कार्रवाई नहीं होती है, तो भारी मन से इस सदन की सदस्यता छोड़ने पर विचार कर सकता हूं, क्योंकि इस सदन में हेट स्पीच सुनने के लिए नहीं आया हूं।’’
उन्होंने सवाल किया, ‘‘क्या इस तरह की भाषा आरएसएस की शाखा में सिखाई जाती है? क्या मोदी जी के नए भारत की प्रयोगशाला में यह सब सिखाया जाता है?’’
अली ने दावा किया, ‘‘जब बिधूड़ी यह टिप्पणियां कर रहे थे, तो उनके पीछे बैठे दो पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और हर्षवर्धन हंस रहे थे, मेज थपथपा रहे थे...नए भारत की नई संसद में दुनिया ने भाजपा का यह आचरण देखा है।’’ अली ने बिधूड़ी के खिलाफ शु्क्रवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र भी लिखा और मामले को विशेषाधिकार समिति के पास भेजने का आग्रह किया।
बिधूड़ी ने बृहस्पतिवार को लोकसभा में दानिश अली के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था, जिसे लेकर सदन के उपनेता और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने खेद जताया था । बिधूड़ी ने भारत के चंद्र मिशन ‘चंद्रयान-3’ की सफलता और अंतरिक्ष क्षेत्र में देश की उपलब्धियों के विषय पर चर्चा में भाग लेते हुए अली के खिलाफ टिप्पणी की थी।