BJP ने विपक्ष की साझेदारी को बताया ‘नाटक’, कहा- भेड़िये शिकार के लिए झुंड में आते हैं और यह झुंड पटना में मिला
उनका ‘शिकार’ भारत का भविष्य है।’-BJP
कोलकाता: भाजपा के नेताओं ने वर्ष 2024 के आम चुनाव में उसके खिलाफ विपक्षी दलों के एकजुट होने की कोशिश की आलोचना करार करते हुए पटना की बैठक को ‘स्वार्थ का गठबंधन’, ‘नाटक’ और ‘तस्वीर खिंचवाने’ का अवसर करार दिया।
बिहार की राजधानी पटना में विपक्षी दलों की ओर से साल 2024 के लोकसभा चुनाव में साथ मिलकर लड़ने की घोषणा के तत्काल बाद यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता स्मृति ईरानी ने आरोप लगाया कि जो राजनीतिक दल कभी एक दूसरे को आंखों नहीं सुहाते थे, वे भारत को आर्थिक प्रगति से वंचित करने के संकल्प से एकत्रित हुए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘कहा जाता है कि भेड़िये शिकार के लिए झुंड में आते हैं और यह राजनीतिक झुंड पटना में मिला। उनका ‘शिकार’ भारत का भविष्य है।’स्मृति ईरानी ने प्रस्तावित मोर्चे को ‘ बहु नेतृत्व वाला स्वार्थी गठबंधन करार दिया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह गठबंधन स्वार्थ का है। हम कतई भ्रमित ना हों कि निशाने पर मोदी हैं, बल्कि भारत की तिजोरी है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब भी ये एक साथ आए, भ्रष्टाचार लाए, परिवारवाद लाए और राष्ट्र की आर्थिक प्रगति को संकुचित करने का आरोप अपने संग लेकर आए।’’ भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि बैठक में वे नेता हिस्सा ले रहे हैं जिन्हें कांग्रेस ने आपातकाल के दौरान जेल में डाला था। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि विपक्षी एकता ‘लगभग असंभव है। सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने बैठक को ‘तमाशा’ करार दिया।
जम्मू में एक जनसभा को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, ‘‘आज पटना में एक फोटो सेशन चल रहा है। सारे विपक्ष के नेता एक मंच पर इकट्ठा हो रहे हैं और संदेश देना चाहते हैं कि हम भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी को चुनौती देंगे।’’.
उन्होंने कहा, ‘‘मैं सारे विपक्ष के नेताओं को यह कहना चाहता हूं कि कितने भी हाथ मिला लो, आपकी एकता कभी संभव नहीं है। और हो भी गई...कितने भी इकट्ठा हो जाइए और जनता के सामने आ जाइए...2024 में 300 से ज्यादा सीटों के साथ नरेन्द्र मोदी का प्रधानमंत्री बनना तय है।’’
उधर, ओडिशा के कालाहांडी जिले के भवानीपटना में एक रैली को संबोधित करते हुए नड्डा ने कहा कि आज जब सभी विपक्षी दल पटना में गलबहियां कर रहे हैं तो उन्हें आश्चर्य होता है कि कांग्रेस विरोध के साथ अपनी राजनीति को आगे बढ़ाने वाले नेताओं की स्थिति क्या से क्या हो गई है।
उन्होंने कहा, ‘‘यही लालू प्रसाद यादव पूरे 22 महीने जेल में रहे। कांग्रेस की इंदिरा... राहुल की दादी ने उन्हें जेल में डाला था। यही नीतीश कुमार पूरे 20 महीने जेल की सलाखों के पीछे रहे... कांग्रेस की इंदिरा गांधी ने उन्हें जेल में डाला था...।’’
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए नड्डा ने कहा कि हिन्दुओं की बात करने वाले उनके पिता बालासाहेब ठाकरे कहा करते थे कि वह शिवसेना को कभी कांग्रेस नहीं बनने देंगे और जिस दिन कांग्रेस से हाथ मिलाना पड़े तो वह अपनी दुकान बंद कर देंगे।.
नड्डा ने कहा, ‘‘आज बालासाहेब ठाकरे सोचते होंगे किसी और ने नहीं, बल्कि उनके बेटे ने ही उनकी दुकान बंद कर दी है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ये परिस्थिति आज हो गई है। ये कैसी राजनीति...आज पटना की धरती में राहुल गांधी (पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष) का आदर सहित स्वागत करते हुए मैं जब इनकी तस्वीरें देख रहा हूं तो मुझे याद आता है कि राजनीति में क्या से क्या हो गया? कहां से चले थे कहां पहुंच गए?’’
स्मृति ईरानी ने दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में दो संवाददाता सम्मेलन किए। एक संवाददाता सम्मेलन उन्होंने पटना में विपक्ष की बैठक से पहले किया और दूसरा उसके बाद।
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में अमेठी से कांग्रेस नेता राहुल गांधी को हराने वाली स्मृति ईरानी ने कहा कि कांग्रेस अन्य दलों का समर्थन लेना चाहती है क्योंकि वह ‘‘ अकेले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को हराने में अक्षम है।’’
उन्होंने कहा कि ‘‘यह विरोधाभासी’ है कि कुछ नेता जो आपातकाल के दौरान ‘लोकतंत्र की हत्या’ के गवाह रहे आज कांग्रेस के ‘‘छत्रछाया’’ में एकजुट हुए हैं।
स्मृति ईरानी ने कहा, ‘‘मैं खासतौर पर कांग्रेस का आभार व्यक्त करती हूं जिसने खुले तौर पर घोषणा की कि वह मोदी को अकेले हराने में अक्षम है। उसे मदद की जरूरत है। सत्ता महलों से निकलकर जनता के पास चली गई है। इसलिए जो लोग अपनी राजनीतिक विरासत पर गौरवान्वित होते थे अब उन लोगों के पास जाएंगे जिन्हें आपातकाल के दौरान सलाखों के पीछे डाला गया था।’’ उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी का शुरुआत में ही गठबंधन को राजनीतिक रूप से ब्लैकमेल करना इस बात का संकेत है कि इस अपवित्र राजनीतिक गठबंधन के साथ क्या अनहोनी होने वाली है।
स्मृति ईरानी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का संदर्भ देते हुए कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल के कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने कभी कल्पना नहीं की होगी कि जिस ममता बंदोपाध्याय के हाथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खून से सने हैं, वही हाथ एक दिन राहुल गांधी के सर पर दिखाई देंगे।’’
अनुराग ठाकुर ने कहा, ‘‘वर्ष 2024 के चुनाव से पहले एक बार फिर मंच सज गया है। तमाशा करने वाले एकजुट हो गए हैं, पात्र तय किए जा रहे हैं, अब तमाशा होगा। वादे पूरे करने की कसमें खाई जाएंगी, लोग हंसेंगे और एक बार फिर मोदी तीसरी बार भारी बहुमत के साथ प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘राजनीतिक पर्यटन का नया दरवाजा खुला है बिहार का लिट्टी-चोखा और रसगुल्ला खाने के बाद अब वे शिमला में मिलेंगे।’’ भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई ने कहा कि कांग्रेस और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) पटना में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के साथ हाथ मिलाकर पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनावों में जुटे हुए अपने जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं को 'धोखा' दे रही हैं।
भाजपा ने बिहार की राजधानी पटना में विपक्षी दलों की बैठक को अवसरवादी गठबंधन करार दिया है।
भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘ पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख अधीर चौधरी और माकपा की केंद्रीय समिति के सदस्य सुजान चक्रवर्ती को आठ जुलाई के पंचायत चुनावों के मद्देनजर टीएमसी के गुंडों द्वारा हमला किए जाने पर अपने जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं की सहायता के लिए जाने का कोई अधिकार नहीं होगा। ’’
समिक भट्टाचार्य ने दावा किया कि कांग्रेस और माकपा दोनों ही पार्टियों की राज्य इकाई के नेताओं का मुखौटा पश्चिम बंगाल की जनता के सामने उतर गया है।