चीन का अरुणाचल पर कोई दावा नहीं है, राज्य हमेशा से भारत का हिस्सा रहा है : मुख्यमंत्री खांडू

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उन्होंने यहां शुरू हुई 36वीं राष्ट्रीय वरिष्ठ रस्साकशी प्रतियोगिता 2023 के मौके पर कहा, “अरुणाचल प्रदेश पर चीन का कोई दावा नहीं है।

State Chief Minister Pema Khandu (file photo)

तवांग : अरुणाचल प्रदेश पर चीन का कोई दावा नहीं है, क्योंकि राज्य हमेशा से भारत का हिस्सा रहा है। राज्य के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने शुक्रवार को यह बात कही। हाल ही में हांगझोउ में एशियाई खेलों के लिए अरुणाचल प्रदेश के तीन वुशु खिलाड़ियों को नियमित वीजा देने से इनकार करने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जब भी सीमावर्ती राज्य से संबंधित कोई मुद्दा होता है तो चीन “अनावश्यक” रूप से “राजनीतिक पहलू” लाने की कोशिश करता है।

उन्होंने यहां शुरू हुई 36वीं राष्ट्रीय वरिष्ठ रस्साकशी प्रतियोगिता 2023 के मौके पर कहा, “अरुणाचल प्रदेश पर चीन का कोई दावा नहीं है। इतिहास में कभी भी अरुणाचल प्रदेश चीन का हिस्सा नहीं रहा। यह सदैव भारत का अभिन्न अंग रहा है।” अरुणाचल प्रदेश के तीन वुशु खिलाड़ियों को मौजूदा एशियाई खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना गया था, लेकिन चीन ने उन्हें नत्थी वीजा दिया, जिससे उनका दौरा रद्द कर दिया गया।

खांडू ने कहा कि चीन ने अरुणाचल प्रदेश को नया नाम भी दिया है और नया नक्शा भी जारी किया है लेकिन देश का इस पर कोई अधिकार नहीं है।उन्होंने कहा, “इस तरह के दावे का कोई मतलब नहीं है।” उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय इस मुद्दे को देख रहा है क्योंकि वह उचित प्राधिकारी है।

मुख्यमंत्री ने तीन वुशू खिलाड़ियों का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले अरूणाचल प्रदेश के प्रत्येक खिलाड़ी को पुरस्कृत करने की नीति के तहत 20-20 लाख रुपये दिए हैं।

उन्होंने कहा, “क्योंकि उन्हें एशियाई खेलों के लिए चुना गया था और वे बिना किसी गलती के नहीं जा सके, इसलिए हमने उन्हें पैसे देने का फैसला किया है।” खांडू ने कहा कि राज्य सरकार जापान में 2026 में होने वाले एशियाई खेलों की तैयारी के वास्ते तीनों खिलाड़ियों के लिए सर्वोत्तम प्रशिक्षण सुनिश्चित करेगी ताकि वे नाम रोशन कर सकें।

राष्ट्रीय रस्साकशी प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाड़ियों का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश जैव विविधता से समृद्ध है और इसका 80 प्रतिशत क्षेत्र वनों से घिरा है। उन्होंने कहा, “यह स्वच्छ हवा वाला एक बहुत ही सुंदर राज्य है और पर्यटकों का राज्य में स्वागत है।” मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि रिवर राफ्टिंग जैसे साहसिक पर्यटन के लिए यह एक आकर्षक स्थल है।