क्या इजरायली सेना ने 6 साल के बच्चे को किया गिरफ्तार? पढ़ें Fact Check रिपोर्ट

Rozanaspokesman

फेक्ट चैक

रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में वायरल पोस्ट को भ्रामक पाया।

Fact Check old video of child arrested by Israeli forces viral as recent

RSFC (Team Mohali)- इजराइल और फिलिस्तीन के बीच चल रहे युद्ध को लेकर सोशल मीडिया पर एक और वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में सेना के जवानों को एक छोटे बच्चे को गिरफ्तार करते देखा जा सकता है। अब दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो फिलिस्तीन से सामने आया है जहां एक 6 साल के बच्चे को इजरायली सेना ने उसके पिता के सामने गिरफ्तार कर लिया।

एक्स अकाउंट "रैग्ड ट्राउजर्ड फिलेंडरर" ने वायरल वीडियो शेयर किया और लिखा, "Imagine just how helpless and humiliated you'd feel to be a Palestinian father watching armed enemy Israeli soldiers abduct your children and take them off to god knows where to be beaten, tortured, sexually assaulted and detained for months or years?”

इस कैप्शन के मुताबिक, यह वीडियो फिलिस्तीन से सामने आया है जहां एक 6 साल के लड़के को उसके पिता के सामने इजरायली सेना ने गिरफ्तार कर लिया।

रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में वायरल पोस्ट को भ्रामक पाया। वायरल वीडियो हाल का नहीं बल्कि पुराना है और इसका हालिया इजरायल-फिलिस्तीनी युद्ध से कोई लेना-देना नहीं है।

स्पोक्समैन की पड़ताल

पड़ताल शुरू करते हुए हमने सबसे पहले इस वीडियो को ध्यान से देखा और वीडियो के कीफ्रेम्स निकालकर उन पर रिवर्स इमेज सर्च किया।

वायरल वीडियो 8 साल पुराना है

हमें यह वायरल वीडियो 17 नवंबर 2015 को पॉपुलर स्ट्रगल कोऑर्डिनेशन कमेटी नाम के फेसबुक पेज पर शेयर हुआ मिला। वीडियो को शेयर करते हुए शीर्षक दिया गया, "Israeli occupation forces arrest of activist, and head of board members, of the Palestinian Popular Struggle Coordination committee, Munther Amira and 6 year old child,Abdallah Lutfi Yousef. From Aida refugee camp."

मिली जानकारी के मुताबिक, ''वीडियो में पॉपुलर स्ट्रगल कोऑर्डिनेशन कमेटी के प्रमुख और एक्टिविस्ट मंतार अमीरा और उनके 6 साल के बच्चे लुटाफी यूसुफ को इजरायली सेना ने एडा रिफ्यूजी कैंप से गिरफ्तार किया।

इस जानकारी को ध्यान में रखते हुए हमने कीवर्ड सर्च के जरिए मामले से जुड़ी खबरें खोजनी शुरू कीं। मामले की खबर हमें  "https://www.rt.com/" पर मिली। इस खबर में मामले पर अपडेट देते हुए बताया गया कि गिरफ्तार एक्टिविस्ट के बेटे यूसुफ को कुछ घंटों के बाद रिहा कर दिया गया था।

निष्कर्ष- रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में वायरल पोस्ट को भ्रामक पाया। वायरल वीडियो हाल का नहीं बल्कि पुराना है और इसका हालिया इजरायल-फिलिस्तीनी युद्ध से कोई लेना-देना नहीं है।