सिख-मुस्लिम भाईचारे की मिसाल का यह खूबसूरत वीडियो पंजाब का नहीं, बल्कि जम्मू का है, फैक्ट चेक रिपोर्ट
वायरल वीडियो पंजाब के मोहाली का नहीं बल्कि जम्मू नेशनल हाईवे 44 का है।
RSFC (Team Mohali)- पिछले दिनों में पंजाब समेत आसपास के इलाकों में भारी ओलावृष्टि देखने को मिली। इसे लेकर कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए। अब इस ओलावृष्टि को लेकर सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक मिसाल पेश करने वाला एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक सिख व्यक्ति को ओलावृष्टि में नमाज़ पढ़ रहे एक मुस्लिम व्यक्ति को छतरी की छाया देते हुए देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि ये नजारा पंजाब के मोहाली में देखा गया है।
फेसबुक पेज "पंजाब 20 न्यूज" ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए इसे पंजाब के मोहाली का बताया। वायरल पोस्ट नीचे क्लिक करके देखा जा सकता है।
रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी जांच में वायरल दावे को भ्रामक पाया है। वायरल वीडियो पंजाब के मोहाली का नहीं बल्कि जम्मू नेशनल हाईवे 44 का है। अब जम्मू के वीडियो को पंजाब का बताकर वायरल किया जा रहा है।
स्पोक्समैन की पड़ताल
पड़ताल शुरू करते हुए हमने सबसे पहले इस वीडियो को ध्यान से देखा। हमने पाया कि नमाज़ पढ़ रहे रहे व्यक्ति के पीछे "Amore Mio Cafe" लिखा हुआ देखा जा सकता है।
हमने इस जानकारी को ध्यान में रखते हुए कीवर्ड सर्च किया और पाया कि यह कैफे जम्मू नेशनल हाईवे पर स्थित है। जब हम कैफे के पेज पर गए तो हमें वायरल वीडियो और पेज पर मौजूद तस्वीरों में समानताएं मिलीं। नीचे पेज पर वायरल वीडियो और कैफे का फोटो कोलाज है।
आपको बता दें कि यह कैफे जम्मू नेशनल हाईवे 44 पर स्थित है और यह जानकारी यहां क्लिक करके गूगल मैप्स पर देखी जा सकती है।
आपको बता दें कि इस मामले को लेकर हमें कई आधिकारिक मीडिया रिपोर्ट्स भी मिलीं जिनमें इस वीडियो को जम्मू नेशनल हाईवे का बताया गया था।
अब हमने अंतिम चरण में जम्मू-कश्मीर से रिपोर्टर फिरदौस कादरी से संपर्क किया। फिरदौस ने इस वीडियो की पुष्टि करते हुए बताया कि यह वीडियो जम्मू नेशनल हाईवे पर स्थित अमोरे मियो कैफे के सामने का है और कुछ दिन पहले का है।
निष्कर्ष- रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी जांच में वायरल दावे को भ्रामक पाया है। वायरल वीडियो पंजाब के मोहाली का नहीं बल्कि जम्मू नेशनल हाईवे 44 का है। अब जम्मू के वीडियो को पंजाब का बताकर वायरल किया जा रहा है।