आप सुप्रीमो और सीएम भगवंत मान की छत्तीसगढ़ रैली के दौरान नहीं लगे पीएम मोदी के नारे, बीजेपी ने फैलाया झूठ
वायरल हो रहे इस वीडियो को एडिट किया गया है और वीडियो में मोदी-मोदी नारे का ऑडियो काट कर अलग से लगाया गया है।
आरएसएफसी (टीम मोहाली) - आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल और सीएम भगवंत मान की रैली का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में पंजाब के मुख्यमंत्री और दिल्ली के मुख्यमंत्री के रोड शो के दौरान लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पक्ष में नारे लगाए। वायरल वीडियो में भगवंत मान को बोलते हुए सुना जा सकता है और इस दौरान नरेंद्र मोदी के पक्ष में नारे भी सुनाई दे रहे हैं।
बीजेपी पंजाब के आधिकारिक फेसबुक पेज ने इस वीडियो को शेयर किया और लिखा, "वापिस आजाओ पंजाब, और बेइज़्ज़ती न करवाओ Bhagwant Mann, छत्तीसगढ़ में केजरीवाल-भगवंत मान के रोड शो में लगे मोदी के जैकारे।"
रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में वायरल पोस्ट को भ्रामक पाया। वायरल हो रहे इस वीडियो को एडिट किया गया है और वीडियो में मोदी-मोदी नारे का ऑडियो काट कर अलग से लगाया गया है।
स्पोक्समैन की पड़ताल
पड़ताल शुरू करते हुए हमने सबसे पहले इस वीडियो पर कीवर्ड सर्च किया और वीडियो के मूल स्रोत की तलाश शुरू की।
"वायरल वीडियो एडिटेड है"
सर्च के दौरान हमें भगवंत मान के आधिकारिक फेसबुक पेज पर मुख्यमंत्री भगवंत मान और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के छत्तीसगढ़ में रोड शो का एक वीडियो अपलोड मिला।
हमने इस वीडियो को ध्यान से देखा और 31 मिनट 30 सेकेंड के बाद हमें वायरल वीडियो से मिलते-जुलते दृश्य मिले। इस वीडियो में भगवंत मान के हाथ में माइक और भगवंत मान के पीछे खड़े शख्स का हावभाव बिल्कुल एक जैसा है। हमने पाया कि वीडियो में नरेंद्र मोदी के पक्ष में नारे नहीं लगाए जा रहे थे।
मतलब साफ था कि वायरल वीडियो में मोदी-मोदी के नारे वाला ऑडियो अलग से जोड़ा गया है।
अब हम जांच को आगे बढ़ाते हुए ऑडियो के मूल स्रोत को ढूंढना शुरू किया। आपको बता दें कि नारे का वीडियो हमें रिपब्लिक की जून 2022 की रिपोर्ट में ऑडियो से हूबहू मिलता हुआ मिला। आपको बता दें कि यह वीडियो पीएम मोदी के अमेरिका दौरे से जुड़ा था जब पीएम के व्हाइट हाउस दौरे के दौरान मोदी-मोदी के नारे लगे थे।
अब हमने जांच के अंतिम चरण में वीडियो को लेकर आम आदमी पार्टी की मीडिया सलाहकार आयुषी सारस्वत से बात की। हमसे बात करते हुए आयुषी ने वायरल दावे का खंडन किया और कहा कि वायरल वीडियो में पीएम के नारे का ऑडियो काट कर अलग से लगाया गया है।
निष्कर्ष- रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में वायरल पोस्ट को भ्रामक पाया। वायरल हो रहे इस वीडियो को एडिट किया गया है और वीडियो में मोदी-मोदी नारे का ऑडियो काट कर अलग से लगाया गया है।