क्या नूंह हिंसा के कारण गिरफ्तारी के डर से रो रहा बिट्टू बजरंगी? जानिए वीडियो की सच्चाई

Rozanaspokesman

फेक्ट चैक

रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी जांच में वायरल वीडियो को पुराना पाया।

old video of Hindu leader Bittu Bajrangi crying viral linked to Nuh violence

RSFC (Team Mohali)- सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें नूंह हिंसा मामले को भड़काने वाले नेता बिट्टू बजरंगी को रोते हुए देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि हरियाणा में नूंह हिंसा के बाद गिरफ्तारी के डर से बिट्टू बजरंगी रोने लगा है।

फेसबुक पेज रौनक मेला ने 3 अगस्त 2023 को वायरल वीडियो शेयर किया और लिखा, "बिट्टू बजरंगी यात्रा से पहले और बाद में"

रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी जांच में वायरल वीडियो को पुराना पाया। इस वायरल वीडियो का नूंह हिंसा से कोई लेना-देना नहीं है।

स्पोक्समैन की पड़ताल

पड़ताल शुरू करते हुए हमने सबसे पहले इस वीडियो को ध्यान से देखा और वीडियो के कीफ्रेम्स निकालकर उन पर रिवर्स इमेज सर्च किया।

वायरल वीडियो पुराना है

हमें यह वीडियो 16 अप्रैल 2022 को ' 'Gurucharn singh dora bjp-Offical' नाम के फेसबुक पेज पर शेयर हुआ मिला। आपको बता दें कि ये वायरल वीडियो का पूरा हिस्सा है। इसमें बिट्टू बजरंगी कह रहे हैं कि एक रैली को लेकर उन पर अपने साथियों के नाम बताने करने का दबाव बनाया जा रहा है, लेकिन चाहे कुछ भी हो जाए वह अपने साथियों के नाम उजागर नहीं करेंगे।

वीडियो को सुनने के बाद पता चलता है कि बिट्टू बजरंगी पर एक रैली में तलवार लहराने का आरोप है और वायरल वीडियो कम से कम एक साल से इंटरनेट पर मौजूद है।

आगे सर्च करने पर हमें 'फरीदाबाद न्यूज' के यूट्यूब चैनल पर 13 अप्रैल 2022 को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला। यह वायरल वीडियो को लेकर बिट्टू बजरंगी का इंटरव्यू था। इसमें बिट्टू बजरंगी ने अपने रोने की वजह को बताया। बिट्टू बजरंगी ने कहा कि 10 अप्रैल 2022 को उनके संगठन ने 'हिंदू भगवा रैली' निकाली थी। रैली में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे और ये रैली पुलिस की इजाजत के बिना निकाली गई थी। इस रैली के बाद उन्हें परेशान किया गया।

मतलब साफ था कि ये वायरल वीडियो पुराना है और इसका नूंह हिंसा से कोई लेना-देना नहीं है।

नतीजा- रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी जांच में वायरल वीडियो को पुराना पाया। इस वायरल वीडियो का नंहू हिंसा से कोई लेना-देना नहीं है। यह वीडियो 2022 का है जब पुलिस की इजाजत के बिना आयोजित रैली के बाद बिट्टू को परेशान किया गया था।