Fact Check: कच्चे अध्यापकों पर लाठीचार्ज का ये वीडियो शिक्षक दिवस का नहीं है
रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो 5 सितंबर यानी शिक्षक दिवस का नहीं है।
आरएसएफसी (टीम मोहाली)- सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कथित तौर पर पुलिस कर्मियों द्वारा शिक्षकों की पिटाई की जा रही है। वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि वीडियो में पंजाब के शिक्षक हैं और शिक्षक दिवस के मौके पर धरना प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों की पिटाई की गई है।
ट्विटर अकाउंट "हरमिलाप ग्रेवाल" ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, "Punjab mein shikshak divas aise manaiya gya.."
रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो 5 सितंबर यानी शिक्षक दिवस का नहीं है।
स्पोक्समैन की पड़ताल
पड़ताल शुरू करते हुए हमने सबसे पहले कीवर्ड सर्च के जरिए इस वीडियो के बारे में खबर ढूंढनी शुरू की। बता दें, हमें जुलाई महीने की मामले को लेकर कई मीडिया रिपोर्ट्स मिली। 1 जुलाई को द ट्रिब्यून के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किए गए एक वीडियो में हमने वही लोगों को देखा जो वायरल वीडियो में दिख रहे थे।
इसके साथ ही न्यूज 18 पंजाब द्वारा प्रकाशित वीडियो रिपोर्ट में भी वायरल वीडियो में नज़र आ रहे कई लोग दिखाई दे रहे हैं। वीडियो रिपोर्ट्स के मुताबिक, संगरूर के खुराना गांव की पानी की टंकी पर प्रदर्शन कर रहे कच्चे अध्यापकों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। रिपोर्ट के मुताबिक, सैकड़ों कच्चे शिक्षक संगरूर के खुराना गांव से मुख्यमंत्री आवास की ओर प्रदर्शन करने जा रहे थे। कच्चे शिक्षकों के समर्थन में पहुंचे भारतीय किसान यूनियन उगराहा के नेताओं पर भी पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया। पुलिस ने कहा कि उन्होंने प्रदर्शनकारियों को शांतिपूर्वक रोकने की कोशिश की थी और इस दौरान उन्होंने पुलिस पर हमला कर दिया।
आपको बता दें कि 5 सितंबर 2023 की मीडिया आउटलेट आजतक की प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, अपनी मांगो को लेकर प्रदर्शन कर रहे कच्चे शिक्षकों की पुलिस के साथ झड़प हो गई थी। हालांकि, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा ये वीडियो अभी का नहीं बल्कि 2 महीने पुराना है।
नतीजा- रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो 5 सितंबर यानी शिक्षक दिवस का नहीं है।