Fact Check: बठिंडा मिलिट्री स्टेशन में हुई फायरिंग को लेकर वायरल हुआ भ्रामक दावा

Rozanaspokesman

फेक्ट चैक

"रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल पोस्ट भ्रामक है।

Misleading claim regarding firing at Bathinda military station went viral

आरएसएफसी (टीम मोहाली)- बठिंडा स्थित मिलिट्री स्टेशन पर सुबह साढ़े चार बजे हुई फायरिंग में चार जवान शहीद हो गए। इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल होने लगी जिसके मुताबिक इस घटना को एक सिख सैनिक ने अंजाम दिया और कथित तौर पर 18 हॉर्स रेजिमेंट के चार हिंदू सैनिकों की हत्या कर दी।

ट्विटर अकाउंट "खालसा" ने वायरल दावे को साझा किया और लिखा, "According to the sources in the South Western Command of Indian Army, a Sikh soldier has possibly assassinated four Hindu soldiers of 18 Horse ex 33 Armoured Division in Bathinda Military Cantonment. An Army level inquiry has been initiated against Sikh soldiers who have any ties with Amritpal Singh."

"रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल पोस्ट भ्रामक है। भारतीय सेना में 18 हॉर्स रेजिमेंट नहीं है। 18 हॉर्स रेजिमेंट पाकिस्तानी सेना का हिस्सा है और इस बात की कोई पुष्टि नहीं है कि जवानों को मारने वाला व्यक्ति एक सिख सैनिक है।"

स्पोक्समैन की पड़ताल;

हमने जांच शुरू करते हुए सबसे पहले इस मामले में दर्ज FIR को पढ़ा। 80 मीडियम रेजीमेंट के मेजर आशुतोष शुक्ला की शिकायत के आधार पर पंजाब पुलिस ने दो अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है। शिकायतकर्ता के अनुसार, वह मौके पर पहुंचे और देखा कि दो व्यक्ति कुर्ता-पायजामा पहने खड़े थे और दो अज्ञात व्यक्तियों में से एक के दाहिने हाथ में इंसास राइफल और दूसरे के हाथ में कुल्हाड़ी थी। शिकायतकर्ता के अनुसार दोनों व्यक्ति जंगल की ओर भाग गए।

FIR

घटना के बाद जारी पुलिस के बयानों के अनुसार, यह एक "आंतरिक" मामला प्रतीत होता है और इसमें "आतंकवादी" कोण होने से इनकार किया है।

FIR के मुताबिक, चारों मृतकों की कथित तौर पर पहचान कर ली गई है। मृतकों के नाम गनर सागर बन्ने, गनर कमलेश आर, गनर योगेश कुमार जे और गनर संतोष एम नागराल हैं।

अब हम 18 हॉर्स रेजिमेंट के बारे में पढ़ना शुरू करते हैं। आपको बता दें कि 18 हॉर्स रेजिमेंट भारतीय सेना का नहीं बल्कि पाकिस्तानी सेना का हिस्सा है। हमें पाकिस्तान सरकार द्वारा साल 2020 में जारी किया गया एक गजट मिला जिसमें रेजिमेंट में चुने गए अधिकारियों के नाम थे और 18 हॉर्से नाम की एक रेजिमेंट भी थी। गजट का स्क्रीनशॉट नीचे देखा जा सकता है।

Gazette

अब अगर दावे के मुताबिक सिख व्यक्ति की बात करें तो आपको बता दें कि अभी तक सरकार या सेना की ओर से कोई जानकारी जारी नहीं की गई है। इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है।

हमने अंतिम चरण में मेजर आशुतोष शुक्ला से बात करने की कोशिश की है। जैसे ही उनसे बात होती है, इस लेख को प्राथमिकता के आधार पर अपडेट कर दिया जाएगा।

नतीजा- रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल पोस्ट भ्रामक है। भारतीय सेना में 18 हॉर्स रेजिमेंट नहीं है। 18 हॉर्स रेजिमेंट पाकिस्तानी सेना का हिस्सा है और इस बात की कोई पुष्टि नहीं है कि जवानों को मारने वाला व्यक्ति एक सिख सैनिक है।