Fact Check: क्या 'गदर 2' देखने के दौरान थिएटर में लगे पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे? जानें असल सच

Rozanaspokesman

फेक्ट चैक

रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी जाँच में वायरल दावे को फर्जी पाया है। इस मामले में कोई साम्प्रदायिक एंगल नहीं है।

Fact Check: Were 'Pakistan Zindabad' slogans raised in theaters while watching 'Gadar 2'? know the real truth

RSFC (Team Mohali)- सोशल मीडिया पर एक सिनेमा हाल में झगड़े का वीडियो वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि गदर 2 देखने के दौरान किसी व्यक्ति ने 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाए और उसके बाद वहां पर मौजूद लोगों ने उस युवक के साथ मारपीट की। इस वीडियो को वायरल करते हुए साम्प्रदायिक नफरत फैलाने का प्रयास किया जा रहा है।

ट्विटर अकाउंट ???????????????????????????????? ???????????????????????? ने वायरल वीडियो साझा करते हुए लिखा, "देखते हुए गदर मच गया गदर...!!सोशल मीडिया पर वीडियो हुआ वायरल... गदर 2 देखने के दौरान थिएटर में किसी देश द्रोही ने 'पाकिस्तान जिंदाबाद' चिल्लाया और वहां पर मौजूद राष्ट्रभक्त युवकों ने गदर मचा दिया..!!कड़ी निंदा"

रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी जाँच में वायरल दावे को फर्जी पाया है। इस मामले में कोई साम्प्रदायिक एंगल नहीं है। हमारे साथ बात करते हुए पुलिस अधिकारी ने वायरल दावे का खंडन किया है।

स्पोक्समैन की पड़ताल

पड़ताल शुरू करते हुए हमने इस मामले को लेकर सबसे पहले कीवर्ड सर्च के जरिए खबरें ढूंढने का प्रयास किया। 

हमें मामले से जुडी कई खबरें मिली। अमर उजाला ने 12 अगस्त 2023 को मामले को लेकर खबर प्रकाशित करते हुए टाइटल लिखा, "Gadar 2: बरेली में सनी देओल की फिल्म के शो में मचा 'गदर', प्रसाद सिनेमा में जमकर हुई मारपीट"

खबर के अनुसार, "बरेली के प्रसाद सिनेमा में अभिनेता सनी देओल की फिल्म गदर2 के शो में दो शराबियों के बीच मारपीट से गदर मच गया। बेल्ट लगने से दर्शक भी घायल हो गए। मारपीट होने से शो के बीच भगदड़ मच गई। सूचना पर पुलिस पहुंची तब तक पिटाई करने वाला फरार हो गया।"

खबर में आगे बताया गया कि शुक्रवार को गदर 2 फिल्म रिलीज हो गई। पहले दिन फिल्म के चारों शो फुल चल रहे थे। कोतवाली क्षेत्र के प्रसाद टॉकीज में आखिरी शो के दौरान रात 11 बजे दो लोगों में मारपीट शुरू हुई। इनमें से एक व्यक्ति और उसके साथी ने बेल्ट निकालकर दूसरे को पीटना शुरू कर दिया। इससे भगदड़ का माहौल रहा।

इस खबर में कहीं भी पाकिस्तान ज़िंदाबाद जैसे दावे की बात नहीं कही गई थी। साथ ही हमने मामले को लेकर और खबरें भी पढ़ी और पाया कि कहीं मामले में पाकिस्तान ज़िंदाबाद जैसे बात नहीं थी।

अब हमने आगे बढ़ते हुए बरेली के कुतुबखाना थाने में सम्पर्क किया। बता दें कि प्रसाद टॉकीज इसी थाने के अधीन पड़ता है। मामले को लेकर थाने के प्रभारी धर्मेंद्र कुमार ने हमारे साथ बात करते हुए दावे का खंडन किया। धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि मामला शराबियों के बीच हुई मारपीट का है। फिल्म के दौरान एक व्यक्ति ने अपना फोन चालू कर फिल्म की फोटो खींचने की कोशिश की तो दूसरे व्यक्ति को फोन की लाइट से दिक्क्त हुई और इसी दौरान दोनों के बीच कहासुनी हुई और मामला मारपीट तक बढ़ गया।

धर्मेंद्र ने आगे बताया कि पुलिस के वहां पहुंचने तक वह सारे व्यक्ति वहां से भाग खड़े हुए थे।

निष्कर्ष- रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी जाँच में वायरल दावे को फर्जी पाया है। इस मामले में कोई साम्प्रदायिक एंगल नहीं है। हमारे साथ बात करते हुए यूपी पुलिस ने वायरल दावे का खंडन किया है।