पीएम मोदी की डिग्रियों को लेकर अमित शाह का वायरल यह वीडियो एडिटेड है, पढ़ें Fact Check रिपोर्ट
यह वायरल वीडियो एडिटेड है। गृह मंत्री ने पीएम मोदी की डिग्रियों को फर्जी नहीं बताया है।
आरएसएफसी (टीम मोहाली)- सोशल मीडिया पर गृह मंत्री अमित शाह का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसके साथ दावा किया जा रहा है कि अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्रियों को फर्जी बताया है। इस वीडियो में अमित शाह को यह कहते हुए सुना जा सकता है, ''यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है, प्रधानमंत्री की डिग्रियां फर्जी हैं, यह सच नहीं है''
वायरल वीडियो को इंस्टाग्राम अकाउंट swaranjit_singh_sekhon_6195 ने शेयर किया है। इस वीडियो को नीचे क्लिक करके देखा जा सकता है:
रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी जांच में वायरल दावे को भ्रामक पाया है। यह वायरल वीडियो एडिटेड है। गृह मंत्री ने पीएम मोदी की डिग्रियों को फर्जी नहीं बताया है।
स्पोक्समैन की पड़ताल
पड़ताल शुरू करते हुए हमने सबसे पहले इस वीडियो को ध्यान से देखा और कीवर्ड सर्च के जरिए मामले से जुड़ी खबरें ढूंढनी शुरू कीं।
वायरल वीडियो एडिटेड है
हमें बीजेपी के आधिकारिक यूट्यूब अकाउंट पर साझा किया गया वास्तविक प्रेस कॉन्फ्रेंस का वीडियो मिला। ये प्रेस कॉन्फ्रेंस अमित शाह ने 9 मई 2016 को आयोजित की थी। प्रेस कॉन्फ्रेंस को शेयर करते हुए शीर्षक लिखा गया था, "Shri Amit Shah & Shri Arun Jaitley makes educational degrees of PM Modi public: 9 May 2016"
हमने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को पूरा सुना। आपको बता दें कि इस वीडियो में वायरल हिस्सा 1 मिनट 30 सेकेंड से लेकर 1 मिनट 36 सेकेंड तक सुना जा सकता है। बता दें कि इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में अमित शाह और अरुण जेटली ने पीएम मोदी की डिग्रियां सार्वजनिक कीं थी। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को करते हुए अमित शाह ने पीएम की डिग्रियों को सार्वजनिक किया और पीएम की शिक्षा को लेकर विरोधियों के निशाने को खारिज कर दिया था।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में अमित शाह ने कहा, "यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमें पीएम नरेंद्र मोदी की डिग्रियों पर स्पष्टीकरण देना पड़ रहा है। पिछले कुछ दिनों से अरविंद केजरीवाल पीएम की डिग्री को लेकर झूठ फैला रहे हैं। उन्होंने पीएम मोदी को बदनाम करने की कोशिश की है। उन्होंने दावा किया है कि पीएम की डिग्रियां फर्जी हैं। आज मैं आप सभी को यह दिखाना और स्पष्ट करना चाहता हूं कि ये दोनों डिग्रियां सत्य और प्रामाणिक हैं।"
निष्कर्ष- रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी जांच में वायरल दावे को भ्रामक पाया है। यह वायरल वीडियो एडिटेड है। गृह मंत्री ने पीएम मोदी की डिग्रियों को फर्जी नहीं बताया है।