Fact Check : ED के छापे का ये वीडियो कोलकाता का है, इसका जोधपुर के कांग्रेस नेता से कोई लेना-देना नहीं है

Rozanaspokesman

फेक्ट चैक

इस वीडियो का किसी कांग्रेस नेता से कोई लेना-देना नहीं है।

Fact Check Old video of ED Raid at Kolkata viral with fake claim

आरएसएफसी (टीम मोहाली)- सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें छापेमारी देखी जा सकती है। इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि इस छापेमारी में करोड़ों रुपये बरामद किए गए हैं। अब इस वीडियो को वायरल कर दावा किया जा रहा है कि मामला जोधपुर का है, जहां कांग्रेस नेता के घर पर ईडी ने छापेमारी की और करोड़ों रुपये बरामद किए। इस वीडियो को वायरल कर कांग्रेस और आप दोनों दलों पर निशाना साधा जा रहा है।

फेसबुक पेज "जबलपुर न्यूज़" ने 11 नवंबर 2022 को एक वायरल वीडियो शेयर किया और लिखा, "जोधपुर में रावत मिष्ठान भंडार के मालिक (कांग्रेस नेता) के घर रेड पड़ी। क्या ये सब मोदी जी ही करवा रहे हैं? केजरीवाल की पार्टी के सिसोदिया की तरह इनके घर में भी कुछ नहीं मिला। आप खुद ही देखिए! ये सब चुनाव में खर्च होना था!!"

इस पोस्ट को नीचे क्लिक करके देखा जा सकता है.

रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो जोधपुर का नहीं बल्कि कोलकाता का है। इस वीडियो का किसी कांग्रेस नेता से कोई लेना-देना नहीं है।

स्पोक्समैन की पड़ताल

पड़ताल शुरू करते हुए हमने सबसे पहले इस वीडियो को ध्यान से देखा और वीडियो के कीफ्रेम्स निकालकर उन्हें गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया।

वायरल वीडियो कोलकाता का है

हमें यह वीडियो 10 सितंबर 2022 को ट्विटर पर शेयर हुआ मिला। ट्विटर यूजर "मनोज भास्कर" ने इस वीडियो को शेयर करते हुए इसे कोलकाता का बताया और कैप्शन लिखा, "#ED recovers over Rs 40 crores amidst raids from a #Kolkata-based businessman Nesar Ahmed Khan in connection with mobile gaming app fraud. Khan’s son Amir launched an app E-Nuggets, which was designed for the purpose of defrauding public. Counting still goin in."

डिस्क्रिप्शन के मुताबिक, यह मामला कोलकाता का है जहां एक गेमिंग फ्रॉड ऐप के सिलसिले में एक बिजनेसमैन के घर पर छापेमारी की गई और 40 करोड़ से ज्यादा की रकम बरामद की गई।

इस जानकारी को ध्यान में रखते हुए हमने मामले से जुड़ी खबरें तलाशनी शुरू कीं। इस मामले को लेकर हमें कई खबरें मिलीं और उन खबरों में इस वीडियो का भी इस्तेमाल किया गया मिला।

इस मामले को लेकर NDTV ने 11 सितंबर 2022 को खबर प्रकाशित की थी और शीर्षक लिखा था, "Heaps Of Cash Found At Kolkata Firm In Raid, Counting Machines Busy"

वायरल वीडियो को इस खबर में देखा जा सकता है और खबर के मुताबिक, ''प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सर्च ऑपरेशन के दौरान कोलकाता में एक बिजनेसमैन के घर से 17 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम बरामद हुई है। एंटी मनी लॉन्ड्रिंग एजेंसी के द्वारा कोलकाता में छह स्थानों पर छापे मारे गए, जिसमें गार्डन रीच क्षेत्र भी शामिल है, जहां ईडी ने बरामद राशि की गिनती के लिए नकदी गिनने वाली मशीनें मंगवाई। शनिवार की सुबह आमिर खान के घर पर तलाशी शुरू की गई, जिसके बारे में ईडी अधिकारियों का कहना है कि वह सहयोग नहीं कर रहे हैं। नकदी की गिनती रविवार सुबह समाप्त हो गई। ईडी ने कहा कि छापेमारी के दौरान 17.32 करोड़ रुपये बरामद हुए।''

मतलब साफ था कि मामला जोधपुर का नहीं बल्कि कलकत्ता का है।

आपको बता दें कि यह वीडियो पहले भी कई फर्जी दावों के साथ वायरल हो चुका है। अक्टूबर 2022 में यह वीडियो आम आदमी पार्टी के एक नेता के घर पर छापेमारी का बताया गया और वायरल हुआ था। हमारी पिछली पड़ताल पंजाबी भाषा में यहां क्लिक करके पढ़ी जा सकती है।

नतीजा- रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो जोधपुर का नहीं बल्कि कोलकाता का है। इस वीडियो का किसी कांग्रेस नेता से कोई लेना-देना नहीं है।