Fact Check: साधु के साथ मारपीट का यह वीडियो हालिया नहीं एक साल पुराना है

Rozanaspokesman

फेक्ट चैक

रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को भ्रामक पाया है। वायरल यह वीडियो हालिया नहीं बल्कि पुराना है ...

Fact Check: This video of assault with a monk is not recent but one year old

RSFC (Team Mohali) - सोशल मीडिया पर एक साधु के साथ बर्बरता और मारपीट का वीडियो वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि विशेष समुदाय के लोगों के द्वारा एक साधू के साथ मारपीट की गई और उसके बाल काटे गए। इस वीडियो को सांप्रदायिक कोण देकर वायरल किया जा रहा है।

ट्विटर यूज़र Anuj Pal ने वायरल वीडियो को साझा करते हुए लिखा, "बुजुर्ग #साधू के बाल-दाढ़ी नोचकर #बर्बरता #क्रूरता का वीडियो वायरल है..बताया जा रहा है.... कि कुछ विशेष समुदाय के लोगों द्वारा घटना को अंजाम दिया गया। इसकी पहचान करके कार्यवाही होना चाहिए!"

रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को भ्रामक पाया है। वायरल यह वीडियो हालिया नहीं बल्कि पुराना है और इसमें कोई सांप्रदायिक कोण नहीं था।

स्पोक्समैन की पड़ताल

पड़ताल शुरू करते हुए हमने सबसे पहले इस वीडियो को ध्यान से देखा और कीवर्ड सर्च के जरिए मामले को लेकर खबरें ढूंढनी शुरू की।

वायरल यह मामला मध्य प्रदेश का एक साल पुराना है

हमें मामले से जुडी कई खबरें मिली। NDTV हिंदी ने 24 मई 2022 को मामले को लेकर खबर प्रकाशित करते हुए टाइटल लिखा, "MP: खंडवा में सरे बाजार साधु को घसीट कर काट दी जटा, वीडियो वायरल होने पर मामला हुआ दर्ज "

खबर के अनुसार, "खंडवा (Khandwa) के आदिवासी (Tribal) अंचल खालवा के पटाजन में साधु के साथ मारपीट के बाद बाल काटने का मामला सामने आया है। सोशल मीडिया (Social Media) पर साधु के साथ एक युवक ने बदतमीजी, गाली–गलौज के बाद साधु की जटा काट  दी. इस बात से हिंदू समाज आक्रोशित हो गया। वीडियो संज्ञान में आने के बाद पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है। खंडवा के खालवा में  हाट बाजार में भिक्षा मांग रहे साधू को सारे बाजार पीटा गया। उसके बाद साधु को दुकान पर ले गए और पीटते, गालियां देते हुए जटा काट दिए। मामला रविवार का बताया जा रहा है। जिसे स्थानीय लोगों ने आपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया। इतनी बड़ी घटना के बाद भी पुलिस इस पूरे मामले से अनजान रही। जब वीडियो वायरल हुआ तब पुलिस की भी नींद खुली।"

इस खबर में आगे बताया गया, "पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने बताया कि साधु के साथ मारपीट और जटा काटने का मामला रविवार का है। साधु बाजार में भिक्षा मांग कर अपना जीवन यापन करता है। वहीं आरोपी प्रवीण गौर होटल संचालक है। किसी बात को लेकर होटल संचालक और साधु में बहस हो गई जिसके बाद होटल संचालक में उसे सरे बाजार पीटा और सेलून की दुकान में ले जाकर उसकी जटा काट दी। बताया जा रहा है कि आरोपी नशे की हालत में था. वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह से प्रवीण साधु के साथ बदतमीजी करते हुए उसे अपशब्द कह रहा है।"

इस खबर को यहां क्लिक कर पढ़ा जा सकता है।

आपको बता दें कि इस खबर में आरोपी का नाम प्रवीण गौर बताया गया। हमने आगे बढ़ते हुए और खबरें भी पढ़ीं और पाया कि मामले में कोई साम्प्रदायिक कोण नहीं था। इस मामले को लेकर Hindustan Times की वीडियो रिपोर्ट में पुलिस अधीक्षक की बाईट सुनी जा सकती है।

निष्कर्ष- रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को भ्रामक पाया है। वायरल यह वीडियो हालिया नहीं बल्कि पुराना है और इसमें कोई सांप्रदायिक कोण नहीं था।