नहीं हुआ महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म, मामला पड़ोसियों द्वारा मारपीट का है, Fact Check रिपोर्ट
रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को फर्जी पाया। जो मामला वायरल हो रहा है वह सामूहिक दुष्कर्म का नहीं है।
Claim
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक बेहोशी की हालत में दिख रही महिला को पुलिस अधिकारी ले जाते हुए देखे जा सकते हैं। दावा किया जा रहा है कि मामला उत्तर प्रदेश के लखनऊ का है जहां एक लोको पायलट ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर अपनी पत्नी के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया।
X अकाउंट "kavita Yadav" ने 21 अप्रैल 2024 को वायरल विडिओ साझा करते हुए लिखा, "लखनऊ के मेंहदी खेड़ा में रेलवे लोको पायलट का अपने साथियों समित अपनी ही पत्नी अनिता के साथ गैंग रेप। पीडता की हालत नाजुक। पुलिस अभी तक दोषियों को गिरफ्तार करने में नाकाम।"
रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को फर्जी पाया। जो मामला वायरल हो रहा है वह सामूहिक दुष्कर्म का नहीं बल्कि एक महिला के साथ उसकी महिला पड़ोसियों द्वारा की गई मारपीट का है। अब उत्तर प्रदेश के लखनऊ के इस मामले को फर्जी रंग दिया जा रहा है।
Investigation
पड़ताल शुरू करते हुए हमने सबसे पहले इस वीडियो पर कीवर्ड सर्च किया और मामले से जुड़ी खबरें ढूंढनी शुरू कीं।
'मामला सामूहिक दुष्कर्म का नहीं'
हमें इस मामले के बारे में कई स्थानीय समाचार रिपोर्टें मिलीं, जिनमें मामले की जानकारी और पीड़िता का बयान शामिल था। जानकारी के मुताबिक, यह मामला उत्तर प्रदेश के लखनऊ के मानकपुर थाना अंतर्गत आने वाले मेहंदी खेड़ा का है, जहां घर के सामने एक निर्माण को लेकर उसकी महिला पड़ोसियों ने उसकी पिटाई कर दी। 21 अप्रैल 2024 की द इंडिया न्यूज़ की रिपोर्ट में पीड़ित महिला का बयान नीचे सुना जा सकता है।
इसी तरह मामले से जुड़ी 17 अप्रैल 2024 की प्रकाशित "dotookmedia.com" की खबर यहां क्लिक करके पढ़ी जा सकती है।
आपको बता दें कि इन खबरों में हमें गैंग रेप का कोई जिक्र नहीं मिला। इसी को लेकर अब हमने इस मामले को लेकर मानकनगर थाने में संपर्क किया है। हमने वहां पुलिसकर्मी अजीत से बात की। वायरल दावे का खंडन करते हुए, अजित ने कहा, "लोग सोशल मीडिया पर फर्जी अफवाहें फैला रहे हैं। यह सामूहिक दुष्कर्म का नहीं बल्कि मारपीट का मामला है। हम इस फर्जी दावे के संबंध में शिकायत भी दर्ज कर रहे हैं। महिला की उसकी महिला पड़ोसियों ने पिटाई की थी। यह महिला गंभीर रूप से घायल हो गई थी और हमारी पुलिस फोर्स ने मौके पर पहुंच महिला को संभाला और उसका इलाज कराया। इस मामले में दो महिलाओं को गिरफ्तार किया गया था।''
मतलब साफ था कि मामला सामूहिक दुष्कर्म का नहीं बल्कि पड़ोसियों द्वारा पिटाई का है।
Conclusion
रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को फर्जी पाया। जो मामला वायरल हो रहा है वह सामूहिक दुष्कर्म का नहीं बल्कि एक महिला के साथ उसकी महिला पड़ोसियों द्वारा की गई मारपीट का है। अब उत्तर प्रदेश के लखनऊ के इस मामले को फर्जी रंग दिया जा रहा है।
Result- Fake
Our Sources:
News Report Of The India Newsd Shared On 21 April 2024
News Article Od Do Took Media Published On 17 April 2024
Physical Verification Quote Over Phone Call With Manak Nagar Police Station Officer Ajit.
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