Fact Check: झरने के नीचे नहाते वक्त लोगों पर चट्टान गिरने का यह वीडियो उत्तराखंड का नहीं बल्कि इंडोनेशिया का है
रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो उत्तराखंड के चमोली का नहीं बल्कि इंडोनेशिया का फरवरी 2023 का मामला है।
RSFC (Team Mohali) - सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें झरने के नीचे नहा रहे लोगों पर एक बड़ा पत्थर गिर जाता है। इस वीडियो को शेयर करते हुए इसे उत्तराखंड के चमोली का बताया जा रहा है।
इंस्टाग्राम अकाउंट sangrur_ian ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, ''उत्तराखंड के चमोली में झरने में नहा रहे लोगों पर पहाड़ गिर गया!''
रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो उत्तराखंड के चमोली का नहीं बल्कि इंडोनेशिया का फरवरी 2023 का मामला है। अब इंडोनेशिया के वीडियो को उत्तराखंड का बताकर वायरल किया जा रहा है।
स्पोक्समैन की पड़ताल
पड़ताल शुरू करते हुए हमने सबसे पहले इस वीडियो को ध्यान से देखा और वीडियो के कीफ्रेम्स निकालकर उन पर रिवर्स इमेज सर्च किया।
वायरल वीडियो इंडोनेशिया का है
हमें यह वीडियो मार्च 2023 के एक ट्वीट में प्लेटफ़ॉर्म X पर अपलोड मिला। यहां मौजूद जानकारी के मुताबिक यह वीडियो इंडोनेशिया का 14 फरवरी 2023 का है। एक्स अकाउंट "सिराज नूरानी" ने इस वीडियो को 2 मार्च 2023 को साझा किया और लिखा, "????इंडोनेशिया: #पूर्वी जावा प्रांत के नगनजुक रीजेंसी में सेडुडो झरने पर दुखद भूस्खलन का वीडियो क्षण! एक व्यक्ति की मौत हो गई। यह क्षेत्र पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया था, 14 फ़रवरी।"
यहां मौजूद जानकारी के मुताबिक, यह वीडियो इंडोनेशिया के सेडुडो झरने का बताया गया और इस घटना में एक शख्स की मौत भी हो गई थी।
अब हमने मामले पर आगे बढ़ाते हुए कीवर्ड सर्च कर खबरें ढूंढनी शुरू की। हमें मामले की पुष्टि करने वाली "https://mustsharenews.com/" पर 16 फरवरी 2023 की प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली।
यह रिपोर्ट इंडोनेशिया के मशहूर मीडिया संस्थान डेटिक न्यूज के हवाले से प्रकाशित की गई थी। खबर के मुताबिक, इंडोनेशिया के पूर्वी जावा प्रांत में सेडुडो झरने के नीचे नहा रहे पर्यटकों पर अचानक पहाड़ का एक हिस्सा गिर गया, जिसमें 43 साल के एक शख्स की मौत हो गई।
मतलब साफ था कि वायरल वीडियो इंडोनेशिया का है।
निष्कर्ष- रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो उत्तराखंड के चमोली का नहीं बल्कि इंडोनेशिया का फरवरी 2023 का मामला है। अब इंडोनेशिया के वीडियो को उत्तराखंड का बताकर वायरल किया जा रहा है।