फ्रांस के झंडे के साथ नहीं निकाली गई फिलिस्तीन के समर्थन में रैली, पढ़ें फैक्ट चेक रिपोर्ट

Rozanaspokesman

फेक्ट चैक

वायरल वीडियो में फ्रांस का झंडा नहीं रैली कर रहे लोगों की खुद की पार्टी का अपना झंडा है।

Fact Check Fake claim viral regarding Welfare Party Kerala rally in support of Palestine

आरएसएफसी (टीम मोहाली)-  इजराइल और फिलिस्तीन के बीच चल रहे युद्ध में 6,000 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है और अरबों की इमारतें नष्ट हो गई हैं। इस युद्ध को लेकर जहां कई लोग इजराइल के समर्थन में हैं तो वहीं कई लोग फिलिस्तीन के समर्थन में भी आ गए हैं। अब इसी सिलसिले में एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और भारत में रहने वाले खास समुदाय पर निशाना साधा जा रहा है। वायरल वीडियो में लोगों को फिलिस्तीन के समर्थन में रैली करते देखा जा सकता है और इस रैली में उनके हाथों में झंडे भी हैं। अब यूजर्स दावा कर रहे हैं कि केरल में गाजा के समर्थन में फ्रांस के झंडे के साथ रैली निकाली गई। इस वीडियो को वायरल कर भारतीय मुस्लिम समुदाय पर निशाना साधा जा रहा है।

बीजेपी नेता समेत इस वीडियो को कई यूजर्स समान दावों के साथ वायरल कर रहे हैं। बीजेपी नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने वायरल वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ''हमास आतंकियों के समर्थक केरल में इकट्ठा हुए, उन्होंने फिलिस्तीन का झंडा न लेकर इटली का झंडा लहराया।''

इस वीडियो को और भी कई यूजर्स ऐसे ही दावों के साथ वायरल कर रहे हैं। इनमें से कुछ वायरल पोस्ट यहां, यहां और यहां क्लिक करके देखे जा सकते हैं।

रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में वायरल पोस्ट को भ्रामक पाया। वायरल वीडियो में फ्रांस का झंडा नहीं , बल्कि रैली कर रहे लोगों की खुद की पार्टी का अपना झंडा है। वायरल वीडियो में वेलफेयर पार्टी केरल का झंडा देखा जा सकता है।

स्पोक्समैन की पड़ताल

पड़ताल शुरू करते हुए हमने सबसे पहले इस वीडियो को ध्यान से देखा। हमने पाया कि रैली में एक बड़े बैनर पर वेलफेयर पार्टी केरल लिखा हुआ देखा जा सकता है।

वायरल वीडियो में वेलफेयर पार्टी केरल का झंडा है

इस जानकारी को ध्यान में रखते हुए हमने वेलफेयर पार्टी केरल के आधिकारिक फेसबुक पेज पर विज़िट किया। आपको बता दें कि हमने पाया कि वायरल वीडियो में इसी पार्टी का झंडा था।

हमने इस पेज को खंगाला और हमें इस रैली को लेकर कई वीडियो मिले। इन वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि रैली के दौरान फ्रांस का झंडा नहीं बल्कि उनकी ही पार्टी का झंडा लहराया गया।

नीचे आप कोलाज में फ्रांस का झंडा और वेलफेयर पार्टी केरल का झंडा देख सकते हैं।

निष्कर्ष- रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में वायरल पोस्ट को भ्रामक पाया। वायरल वीडियो में फ्रांस का झंडा नहीं रैली कर रहे लोगों की खुद की पार्टी का अपना झंडा है। वायरल वीडियो में वेलफेयर पार्टी केरल का झंडा देखा जा सकता है।