Fact Check: बम गिरने पर अपनी बेटी को हंसना सिखाते पिता का यह वीडियो इजराइल-फिलिस्तीन युद्ध से संबंधित नहीं!

Rozanaspokesman

फेक्ट चैक

Fact Check : यह वायरल वीडियो सीरिया का पुराना वीडियो है और इसका हालिया इजरायल-फिलिस्तीनी युद्ध से कोई लेना-देना नहीं है।

Father teaching her daughter every time when bomb fall is not linked with Israel Palestine war

आरएसएफसी (टीम मोहाली) - सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक पिता अपनी बेटी को बम गिरने पर जोर से हंसने की सलाह देता नजर आ रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि जब भी बम गिरता है तो वह लड़की जोर-जोर से हंसती है। अब दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो इजरायल और फिलिस्तीन के बीच चल रहे युद्ध से संबंधित है। यह वीडियो फिलिस्तीन का बताया जा रहा है।

एक्स अकाउंट सेंसर्ड मेन ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, "???????????????? एक फिलीस्तीनी पिता अपनी बेटी से कहता है कि जब भी वह इजरायली हवाई हमले की आवाज सुने तो हंसे ताकि वह डरे नहीं।"

रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में वायरल पोस्ट को भ्रामक पाया। यह वायरल वीडियो सीरिया का पुराना वीडियो है और इसका हालिया इजरायल-फिलिस्तीनी युद्ध से कोई लेना-देना नहीं है।

स्पोक्समैन की पड़ताल

पड़ताल शुरू करते हुए हमने सबसे पहले इस वीडियो के कीफ्रेम्स निकाले और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज टूल पर अपलोड कर सर्च किया।

वायरल वीडियो पुराना है और सीरिया का है. 

इस वीडियो को लेकर हमें कई खबरें मिलीं. आपको बता दें कि ये वीडियो फिलिस्तीन का नहीं बल्कि सीरिया का पुराना वीडियो है। प्रतिष्ठित मीडिया आउटलेट Daily Mail  ने 20 फरवरी 2020 को वायरल वीडियो के बारे में खबर प्रकाशित की और शीर्षक लिखा, "Little girl laughs when bombs fall as Syrian father teaches her a game to cope with the shelling in heart-wrenching video"

खबर के मुताबिक, ''बम से तबाह पश्चिमी सीरिया में रहने वाले एक पिता ने अपनी तीन साल की बेटी को बम गिरने की आवाज सुनकर हंसना सिखाया है। 32 वर्षीय सीरियाई अब्दुल्ला अल-मोहम्मद अपनी बेटी सलवा और पत्नी के साथ इदलिब शहर के सरमादा प्रांत में रहते हैं। ट्विटर पर एक पोस्ट में, पिता ने उस गेम का प्रदर्शन किया जिसे उन्होंने अपनी बेटी को लगातार होने वाले विस्फोटों के कारण होने वाले 'मनोवैज्ञानिक संकट' से बचाने के लिए तैयार किया।"

इस मामले से जुड़ी अधिक खबरें यहां और यहां क्लिक कर पढ़ी जा सकती हैं।

निष्कर्ष- रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में वायरल पोस्ट को भ्रामक पाया। यह वायरल वीडियो सीरिया का पुराना वीडियो है और इसका हालिया इजरायल-फिलिस्तीनी युद्ध से कोई लेना-देना नहीं है।