Fact Check: मीरा रोड पर हुई झड़प से नहीं है इस गिरफ़्तारी का संबंध, पुराना वीडियो वायरल, Fact Check रिपोर्ट
यह वीडियो पुराना है और हैदराबाद के एक मामले का है।
RSFC (Team Mohali)- राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मौके पर मंदिर के समर्थन में 21 जनवरी को मुंबई के मीरा रोड पर निकल रही हिन्दू शोभा यात्रा के दौरान दो गुटों के बीच भयानक झड़प सामने आई। अब एक गिरफ़्तारी के वीडियो को वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो यात्रा के हुड़दंगियों को गिरफ्तार करने का है। इस वीडियो को वायरल करते हुए विशेष समुदाय पर निशाना साधा जा रहा है।
ट्विटर अकाउंट "JIX5A" ने वायरल वीडियो साझा करते हुए लिखा, "Why do I feel instant gratification? Do you feel the same? ? #MiraRoad #JusticeServed"
रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि मीरा रोड पर हुई झड़प मामले से वीडियो का कोई संबंध नहीं है। यह वीडियो पुराना है और हैदराबाद के एक मामले का है। अब पुराने वीडियो को धार्मिक नफरत फैलाने के प्रयास से सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है।
स्पोक्समैन की पड़ताल
पड़ताल की शुरुआत करते हुए हमने सबसे पहले इस वीडियो को ध्यान से देखा और वीडियो के कीफ्रेम्स निकालकर उन्हें रिवर्स इमेज सर्च किया।
वायरल वीडियो पुराना है
हमें यह वीडियो कई पुराने ट्वीट और खबरों में साझा किया गया मिला। ट्विटर यूज़र "Paul Oommen" ने 25 अगस्त 2022 को यह वीडियो साझा करते हुए लिखा था, "Several reports of violent policing in old city region of #Hyderabad. Many instances where youth were picked up from their homes and beaten. Heavy deployment continues in #Hyderabad."
मौजूद जानकारी के अनुसार यह मामला हैदराबाद का बताया गया। इस जानकारी को ध्यान में रखते हुए हमने कीवर्ड सर्च के जरिए प्रमाणित खबरें ढूंढनी शुरू की। बता दें हमें इस मामले से जुडी कई रिपोर्ट प्रकाशित मिली।
"असल मामला"
बता दें बीजेपी के नेता टी राजा सिंह को प्रोफेट मुहम्मद के ऊपर विवादित टिप्पणी करने को लेकर हैदराबाद पुलिस ने 23 अगस्त को गिरफ्तार किया था और अगले ही दिन नेता को बेल मिल गई थी। इसी के विरोध में हैदराबाद के चार मीनार इलाके पर युवकों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया था और इस दौरान मामला झड़प का रूप धार गया था।
इसी प्रदर्शन के मामले को लेकर पुलिस ने नौजवानों को गिरफ्तार किया था और यह वीडियो उसी गिरफ़्तारी का है।
निष्कर्ष: रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि मीरा रोड पर हुई झड़प मामले से वीडियो का कोई संबंध नहीं है। यह वीडियो पुराना है और हैदराबाद के एक मामले का है। अब पुराने वीडियो को धार्मिक नफरत फैलाने के प्रयास से सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है।