INDW vs AUSW T20: भारत को 7 रन से हराकर ऑस्ट्रेलिया महीला टीम ने टी20 सीरीज जीता
ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए तीन विकेट पर 188 रन बनाने के बाद भारत को पांच विकेट पर 181 रन पर रोक दिया।
मुंबई : अनुभवी एलीस पेरी की 42 गेंद में नाबाद 72 रन की पारी और एशलीघ गार्डनर (42 रन और दो विकेट) के हरफनमौला खेल के दम पर ऑस्ट्रेलिया ने पांच मैचों की टी20 अंतरराष्ट्रीय के चौथे मुकाबले में भारतीय महिला टीम को सात रन से हराकर श्रृंखला में 3-1 की बढ़त हासिल कर ली।
ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए तीन विकेट पर 188 रन बनाने के बाद भारत को पांच विकेट पर 181 रन पर रोक दिया।
पेरी ने अपनी पारी में सात चौके और चार छक्के जड़ने के अलावा गार्डनर के साथ तीसरे विकेट के लिए 60 गेंद में 94 रन की साझेदारी की। गार्डनर ने 27 गेंद की पारी में तीन चौके और इतने ही छक्को की मदद से 42 रन बनाये। आखिरी ओवरों में ग्रेस हैरिस ने महज 12 गेंद में 27 रन की आक्रामक पारी खेली। ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों ने इस मैच में 19 चौके और आठ छक्के लगाये।
कप्तान एलीसा हीली 21 गेंद में 30 रन बनाने के बाद मांसपेशियों में खिंचाव के कारण रिटायर्ड हार्ट हो गयी।
भारत के लिए दीप्ति शर्मा सबसे सफल गेंदबाज रही उन्होंने चार ओवर में 35 रन देकर दो विकेट लिये। राधा यादव ने तीन ओवर में 26 रन देकर एक सफलता हासिल की। लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम को जरूरत के मुताबिक शुरुआत नहीं मिली लेकिन कप्तान हरमनप्रीत कौर ने 30 गेंद में 46 रन , देविका वैद्य ने 26 गेंद में 32 रन और ऋचा घोष ने 19 गेंद में नाबाद 40 रन बनाकर टीम को मैच में बनाए रखा लेकिन यह टीम को जीत दिलाने के लिए काफी नहीं था।
बड़े स्कोर वाले इस मैच में प्लेयर ऑफ द मैच गार्डनर ने चार ओवर में महज 20 रन देकर दो विकेट लिये। अलाना किंग को भी दो सफलता मिली। उन्होंने तीन ओवर में 23 रन खर्च किये।
बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए स्मृति मंधाना (16 रन) और शेफाली वर्मा (11 रन) ने डार्सी ब्राउन के पहले ओवर में तीन चौके जड़े। स्मृति तीसरे ओवर में गार्डनर की गेंद पर बेथ मूनी को कैच देकर पवेलियन लौट गयी।
पावरप्ले के आखिरी ओवर में शेफाली ने ब्राउन की लगातार गेंदों पर चौका लगाया लेकिन अगली गेंद पर पेरी को कैच थमा बैठी। पावर प्ले में टीम का स्कोर दो विकेट पर 44 रन था।
अगले ओवर में गेंदबाजी के लिए आयी स्पिनर अलाना किंग ने जेमिमाह रोड्रिग्ज (आठ रन) को पवेलियन की राह दिखायी।
इसके बाद हरमनप्रीत कौर और देविका वैद्य ने संभल कर बल्लेबाजी करने पर ध्यान दिया। इस बीच 10वें ओवर की आखिरी गेंद पर गार्डनर के खिलाफ छक्का लगाया।
हरमनप्रीत और देविका ने 12वें ओवर में मेगन शट्ट के खिलाफ दो चौके जड़ 12 रन बटोरे तो अगले ओवर में भारतीय कप्तान ने हीथर ग्राहम के खिलाफ चार चौके जड़ टीम के रनों के सैकड़े को पार कराया।
मैच के 15वें ओवर में गेंदबाजी के लिए आयी किंग की गेंद पर स्वीपशॉट लगाने की चक्कर में हरमनप्रीत ब्राउन को कैच थमा बैठी। उन्होंने 30 गेंद की पारी में छह चौक और एक छक्का लगाने के अलावा देविका के साथ चौथे विकेट के लिए 72 रन की साझेदारी कर टीम को मैच में बनाये रखा।
ऋचा घोष ने क्रीज पर आते ही शुरुआती दो गेंदों पर चौका लगाया। उन्हें 17वें ओवर में शट्ट की गेंद पर मैकग्रा ने कैच टपका कर जीवनदान दिया। इसी ओवर में देविका ने चौका लगाया लेकिन अगले ओवर में गार्डनर की गेंद पर वह स्टंप हो गयी।
भारत को आखिरी दो ओवर में 38 रन चाहिये थे और ऋचा ने ग्राहम की शुरुआती दो गेंदों पर दो छक्के और फिर चौका जड़ दिया। . आखिरी ओवर में टीम 20 रन चाहिये थे लेकिन ऋचा और दीप्ति की जोड़ी 12 रन ही बना सकी। इससे पहले कप्तान हीली ने एक बार फिर टीम को आक्रामक शुरूआत दिलायी। उन्होंने पहले ओवर में रेणुका सिंह और दूसरे ओवर में अंजलि सरवानी के खिलाफ दो-दो चौके जड़े।.
चौथे ओवर में गेंदबाजी के लिए आयी दीप्ति शर्मा ने बेथ मूनी ( दो रन) को आउट कर भारतीय टीम को पहली सफलता दिलायी। पावर प्ले की आखिरी गेंद पर हीली मांसपेशियों में खिंचाव के कारण मैदान से बाहर चली गयी। टीम ने छह ओवर में एक विकेट पर 42 रन बना लिये थे। राधा यादव ने अगले ओवर में तहलिया मैकग्रा (नौ रन) को बोल्ड किया। पैरी ने क्रीज पर आते ही छक्का जड़कर अपना इरादा जता दिया। .
दूसरे छोर से गार्डनर ने देविका वैद्य के खिलाफ छक्का जड़ा।.
11वें ओवर के बाद ऑस्ट्रेलिया का स्कोर दो विकेट पर 73 रन था लेकिन इसके बाद पेरी और गार्डनर ने चौके और छक्के की झड़ी लगा दी। राधा, देविका और शेफाली वर्मा और अंजलि के ओवरों में उन्होंने मन मुताबिक रन बटोरे। अंजलि के द्वारा किये गये 16वें ओवर में 17 रन बने। ओवर की आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर पेरी ने 33 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया।
दीप्ति ने 17वें ओवर में गार्डनर को लांग ऑन बाउंड्री के पास हरलीन देओल के हाथों कैच करा कर 94 रन की साझेदारी को तोड़ा। क्रीज पर आयी ग्रेस हैरिस ने शुरुआती चार गेंदों में तीन चौके लगाकर भारतीय गेंदबाजों पर दबाव बनाए रखा।
उन्होंने 19वें ओवर में अंजलि के खिलाफ लगातार गेंदों पर चौका और छक्का लगाया। पिछले मैच में 75 रन बनाने वाली पेरी ने अंतिम ओवर में दीप्ति के खिलाफ लगातार दो छक्के जड़ टीम को श्रृंखला के सबसे बड़े स्कोर तक पहुंचा दिया।