पदक जीतने वाले मध्यप्रदेश के खिलाड़ियों को डीएसपी, डिप्टी कलेक्टर बनाया जाएगा: मुख्यमंत्री

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 चौहान और ठाकुर ने इस अवसर पर अगले साल मध्यप्रदेश में होने वाले 'खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2022' के प्रतीक चिन्ह का अनावरण भी किया।

Medal winning players of Madhya Pradesh will be made DSP, Deputy Collector: Chief Minister

भोपाल : मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को कहा कि ओलंपिक और एशियाई खेलों में पदक जीतने वाले राज्य के खिलाड़ियों को पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) और डिप्टी कलेक्टर नियुक्त किया जाएगा। चौहान यहां मध्यप्रदेश शिखर खेल अलंकरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस समारोह में केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर भी शामिल हुए।

 चौहान और ठाकुर ने इस अवसर पर अगले साल मध्यप्रदेश में होने वाले 'खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2022' के प्रतीक चिन्ह का अनावरण भी किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि माता-पिता अपने बच्चों के करियर के बारे में चिंतित हैं और उन्हें खेलों में शामिल होने से रोकते हैं।

तोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे हॉकी खिलाड़ी विवेक सागर को डीएसपी बनाए जाने और भोपाल में एक करोड़ रुपये का मकान दिए जाने का उदाहरण देते हुए चौहान ने कहा, ‘‘हमने फैसला किया है कि ओलंपिक और एशियाई खेलों में जो मध्यप्रदेश के खिलाड़ी पदक लेकर आएंगे, उन्हें डीएसपी और डिप्टी कलेक्टर का पद भी देंगे।’’.

उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सरकार ने 10 खिलाड़ियों को उनके प्रदर्शन के आधार पर पुलिस बल में उपनिरीक्षक और 50 को आरक्षक नियुक्त करने का भी फैसला किया है। खेलो इंडिया युवा खेलों में जो खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करेगा यानी पदक जीतेगा, उसे प्रशिक्षण के लिए पांच लाख रूपये सालाना भी दिया जाएगा।’’.

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार धीरे-धीरे ग्रामीण स्तर पर खेल के बुनियादी ढांचे का विकास करेगी।.

चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में खेल के अनुरूप वातावरण बन रहा है। हर जिला, ब्लॉक और पंचायत स्तर पर खेल अधो-संरचना का विकास किया जा रहा है। प्रदेश में उत्कृष्ट खेल अधो-संरचना तो होगी ही, साथ ही खिलाड़ियों को खेल के लिये हर सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी। मध्यप्रदेश खेलों में भी नम्बर एक बनेगा।.

उन्होंने कहा कि भोपाल के बरखेड़ा नाथू में अंतर्राष्ट्रीय स्तर का स्टेडियम निर्मित कर रहे हैं।. उन्होंने कहा कि खेलों में मध्यप्रदेश लगातार आगे बढ़ रहा है। खेलो इंडिया युवा खेलों के आयोजन में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। .

केन्द्रीय खेल मंत्री ठाकुर ने कहा कि मध्यप्रदेश ने विगत दो दशकों में खेल के क्षेत्र में बहुत प्रगति की है। इसके लिये मुख्यमंत्री चौहान बधाई के पात्र हैं। यहां उत्कृष्ट गुणवत्ता की खेल अधो-संरचना है। यहाँ की शूटिंग रेंज बहुत खूबसूरत है।.

उन्होंने कहा कि जब किसी अन्य देश में हमारे खिलाड़ी पदक लेते हैं, तो हमारा राष्ट्र ध्वज फहराने के साथ ही राष्ट्रगान होता है। इससे देश का गौरव बढ़ता है।.

ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश को पहली बार शतरंज ओलंपियाड के आयोजन का अवसर मिला है, जिसकी रिले मशाल उन्होंने लांच की। देश को पहली बार थॉमस कप में वर्ष 2022 में स्वर्ण पदक मिला है। देश में 1,000 खेलो इंउिया केंद्र खोले जा रहे हैं।.

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान ने प्रदेश का खेल बजट चार करोड़ रूपये से 400 करोड़ रूपये तक कर दिया है।. ठाकुर ने कहा कि खेलो इंडिया कार्यक्रम के तहत पांच वर्षों के लिए 3195 करोड़ रुपये का बजट प्रदान किया गया है।.

घुड़सवारी और निशानेबाजी अकादमियों के अलावा ठाकुर ने जल खेल अकादमी, तात्या टोपे नगर स्टेडियम और भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) का भी निरीक्षण किया।.

आगामी 30 जनवरी से 11 फ़रवरी 2023 तक होने वाले खेलो इंडिया युवा खेलों का पांचवां संस्करण मध्यप्रदेश के आठ शहर भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर, मण्डला, बालाघाट और खरगोन (महेश्वर) में होगा। एक खेल (साइकिलिंग) दिल्ली में खेला जायेगा। पहली बार वाटर स्पोर्ट्स खेलो इंडिया युवा खेलों के इस संस्करण का हिस्सा होंगे। इस दौरान 27 खेल नौ शहरों के 23 स्थलों पर होंगे। लगभग 6,000 खिलाड़ी खेलों में हिस्सा लेंगे।