सुबह उठते ही शरीर में होती है अकड़न, तो हो जाएं सावधान बन सकती है बड़ी बिमारी

Rozanaspokesman

लाइफस्टाइल

सुबह उठने के साथ शरीर में दर्द महसूस होता हैं तो इसके कई कारण हो सकते हैं

There is stiffness in the body as soon as you wake up in the morning, so be careful can become a big disease.

Health Tips: एक अच्छी हेल्थ के लिए नींद बेहद जरूरी है. इससे मन और शरीर दोनों अच्छा बना रहता है. एक बिजी शेड्यूल के बाद हम अपने बेड पर जाते हैं और नींद लेते हैं तो बस ऐसा लगता है कि पूरी शरीर की थकावट दूर हो गई है. सुबह उठने के बाद हमें तरोताजा और एनर्जेटिक फिल होता है.

वहीं कुछ लोग ऐसे हैं जिन्हें सुबह उठने के साथ शरीर में दर्द महसूस होता हैं. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि ऐसा क्यों होता है? सुबह उठते वक्त शरीर में दर्द के कई कारण हो सकते हैं. जैसे- बुखार, अगर आप ट्रेवल करके आए हैं तो उसके बाद की थकान, शरीर में पानी की कमी, डायबिटीज, ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया आदि हो सकता है.

इन वजहों से सुबह उठने के साथ शरीर में रहता है दर्द:
सुबह उठने के साथ शरीर में दर्द के कई कारण हो सकते हैं. कई बार ऐसा होता है कि आप अपनी नींद काफी दिनों से पूरी नहीं कर रहे हैं. हर व्यक्ति के नींद लेने का तरीका अलग होता है. ज्यादातर लोगों के लिए साइड स्लीपिंग सबसे अच्छा काम करती है. खासतौर पर उन लोगों के लिए जिन्हें सोते समय सांस लेने में तकलीफ होती है, जिसमें ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया भी शामिल है. ऐसा इसलिए है क्योंकि "अतिरिक्त वजन आपकी गर्दन और पीठ पर दबाव डालता है, जिसके परिणामस्वरूप असुविधा होती है.

इसके साथ ही अधिक वजन होने के कारण भी आपको सोते समय सांस लेने में तकलीफ हो सकती है. जो आपकी नींद को भी इफेक्ट कर सकती है. शरीर में दर्द आपके बिस्तर के गद्दे के कारण भी हो सकती है. सिर्फ इतना ही नींद की कमी के कारण कई बीमारियां के साथ-साथ दिल की बीमारी और स्ट्रोक का कारण भी बन सकती है. 

सुबह-सुबह शरीर में दर्द भी रूमेटाइड आर्थराइटिस जैसे इंफ्लेमेटरी आर्थराइटिस का एक प्रमुख लक्षण है. सुबह की जकड़न एक काफी सामान्य लक्षण है. विशेष रूप से बुजुर्ग मरीजों में पहले से मौजूद जोड़ों के दर्द और रुमेटीइड गठिया के मरीजों में अक्सर यह लक्षण देखा जाता है. 

शरीर में दर्द किस तरह की है और दोनों में उतार-चढ़ाव हो रहा है या नहीं. हमेशा एक चीज का ध्यान देना चाहिए कि वह यह कि स्थायी दर्द या तेज दर्द से बचना चाहिए. जबकि कुछ दर्द मांसपेशियों में तब होता है जब हम जागते हैं. कई बार तनाव के कारण भी शरीर में दर्द हो सकता है.