देशभर में धोबी समाज सरकारी उपेक्षा का दंश झेल रहा है : श्याम रजक

Rozanaspokesman

राष्ट्रीय, बिहार

उन्होनें कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वर्ष 2013 में न्यू कैपिटल धोबी घाट को आधुनिक धोबी घाट बनाने की बात कही थी।

Dhobi society across the country is facing the brunt of government neglect: Shyam Rajak

पटना : अखिल भारतीय धोबी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मंत्री श्याम रजक ने कहा कि देशभर में धोबी समाज सरकारी उपेक्षा का दंश झेल रहा है। न इस समाज को उचित राजनीतिक भागीदारी मिल रही है न ही इसे प्रशासनिक भागीदारी मिल रही है। पहले जहां लोकसभा, राज्यसभा, विधानसभा व विधान परिषद में इस समाज का प्रतिनिधित्व होता था आज वह नगण्य है। महज राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद की कृपा से मुन्नी देवी बिहार विधान परिषद में सदस्य हैं।

रजक रविवार को स्थानीय मिलर स्कूल मैदान में धोबी अधिकार सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि संत गाडगे बाबा का कहना था कि कम खाकर भी अपने बच्चों को शिक्षित करो इसपर धोबी समाज को ध्यान देना है तब ही इस समाज को असली अधिकार प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि जो धोबी समाज के हित में काम करेगा वहीं देश पर राज करेगा। इसके लिए अगले साल फरवरी महीने पटना के गांधी मैदान में विशाल धोबी सम्मेलन का आयोजन होगा। इस मौके पर संगठन के महासचिव रामविलास प्रसाद ने कहा कि आजादी के 75 वर्ष बीत जाने के पश्चात भी आज भी धोबी समाज वहीं पर है। साथ ही यह भी कहा कि कपड़ा धोने वाले धोबी समाज का रोजगार छीना जा रहा है। श्रमिक महिलाओं का विकास, टोला सेवक को समान शिक्षामित्र के समान वेतन  भी देकर इस समाज को उपर उठाया जा सकता है।

उन्होनें कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वर्ष 2013 में न्यू कैपिटल धोबी घाट को आधुनिक धोबी घाट बनाने की बात कही थी। संत गाडगे बाबा की मूर्ति का अनावरण करते हुए घोषणा किया था कि आधुनिक धोबी घाट का निर्माण किया जाएगा और संत गाडगे महाराज के प्रतिमा का सौन्दर्यीकरण कर पार्क का निर्माण किया जाएगा, परंतु आज तक नहीं हुआ है। इस मौके पर विधान पार्षद मुन्नी देवी, पूर्व विधायक बेबी कुमारी, आरआर कनौजिया, पूर्व सांसद कमल किशोर अमित खत्री सहित कई नेताओं ने संबोधित किया।