शिक्षक अभ्यार्थी ऑफिसर शाही और भ्रष्टाचार के शिकार: डॉ. सत्यानंद शर्मा
परीक्षा का परिणाम आने के बाद सफल उम्मीदवारों का शैक्षणिक प्रमाण-पत्रों का जब सत्यापन किया तभी अयोग्य उम्मीदवारों की छटनी कर देना चाहिए था।
Bihar News: शिक्षक नियुक्ति में हुए अनियमितता को समाप्त करने की जरूरत है। इसीलिए शिक्षक अभ्यार्थियों में रोश और असंतोष है। यह बात आज गर्दानीबाग धरना स्थल पर शिक्षक अभ्यार्थियों के धरना को संबोधित करते हुए, लोजपा-(रा) के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. सत्यानंद शर्मा ने कहा कि शिक्षक अभ्यार्थी ऑफिसर शाही और भ्रष्टाचार के शिकार है। परीक्षा का परिणाम आने के बाद सफल उम्मीदवारों का शैक्षणिक प्रमाण-पत्रों का जब सत्यापन किया तभी अयोग्य उम्मीदवारों की छटनी कर देना चाहिए था।
परन्तु प्रमाण पत्रों की जांच कर गलत को सही कैसे बताया गया। इसके लिए जो जांच पदाधिकारी दोषी है,उन्हें दण्ड दिए बगैर जिन शिक्षकों की नियुक्ति हो गई उन्हें बाद में गलत प्रमाण-पत्र देने के आरोप में नियुक्ति रद्द कर दिया गया। इसमें व्यापक भ्रष्टाचार की झलक स्पष्ट दिखाई दे रहा है। इसकी सीबीआई से जांच कराने की मांग हमारी पार्टी करती है।
धरनार्थियों को युवा लोजपा-(रा) के राष्ट्रीय महासचिव अनिल कुमार पासवान,पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष विष्णु पासवान, कार्यालय सह प्रभारी सुरेश पासवान ने भी संबोधित किया। उक्त आशय की जानकारी पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी कुंदन पासवान ने दिया।