बिहार में अपराधियों का मनोबल चरम पर, आम-खास कोई सुरक्षित नहीं: विजय कुमार सिन्हा
राजधानी पटना में भी अपराधियों को पुलिस का डर नहीं हो रहा है। जिलों और प्रखंडों में तो हालात औऱ भी वदतर है।
पटना : बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि बिहार में अपराधियों का मनोबल चरम पर है और उनके द्वारा राज्य में हत्या, लूट, अपहरण, वलात्कार औऱ अन्य संज्ञेय अपराध निर्वाध रूप से जारी है।
सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री के गृह जिला नालन्दा में जिस प्रकार भाजपा नेता आर सी पी सिंह के रिश्तेदार पर गोली चलाकर हत्या का प्रयास किया गया, वह राज्य के कानून व्यवस्था की स्थिति का पोल खोल रहा है।राज्य में अपराधियों के द्वारा रोज निर्दोषों की हत्या की जा रही है।राजधानी पटना में भी अपराधियों को पुलिस का डर नहीं हो रहा है। जिलों और प्रखंडों में तो हालात औऱ भी वदतर है।
नेता ने कहा कि शासन प्रशासन का इकवाल खत्म हो चुका है।सरकार के मुखिया राजनीतिक देशाटन पर रहते हैं। राजद के साथ आने के वाद अपराधियों का मनोबल बढ़ गया है।1990-2005 का जंगलराज फिर से दस्तक दे चुका है।सरकार राजद की वैशाखी पर टिकी है।इनके कुछ मंत्रियों पर भी अपराध के मामले लम्बित हैं।पीड़ितों के द्वारा नाम दिये जाने के वावजूद न तो केस दर्ज किया गया न ही कोई कार्रवाई की गई।इसके कारण लोग डरे हुए हैं।अराजकता का माहौल है।
सिन्हा ने कहा कि एन डी ए शासन काल में राज्य में निवेशकों की रूचि बढ़ रही थी।उनके द्वारा इथनोल, जुट, मखाना आदि उद्योगों में निवेश भी किया जा रहा था।कानून व्यवस्था की चुनौती नहीं थी ।लेकिन 1 वर्ष पूर्व महागठबंधन सरकार बनने के वाद राज्य के सारे उद्द्यम ठप हो गए।निवेशकों का राज्य से पलायन शुरू हो गया है।स्थिति अंधकारमय हो गई है।
उन्होनें कहा कि राज्य के मुखिया को इन विषयों का संज्ञान लेना चाहिए।इसी तरह छोड़ देने पर विकास का नामोनिशान नहीं रहेगा।राज्य में पुलिस, पत्रकार, आम नागरिक, प्रोफेशनल, महिलाओं सहित अन्य लोगों की अपराधियों द्वारा हत्या की सूची काफ़ी लम्बी है।