अपनी यात्रा में आत्मावलोकन करें मुख्यमंत्री : विजय सिन्हा
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भी अनेक स्थलों को विकसित किया।
पटना , (संवाददाता) : नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री बिहार केसरी कृष्ण सिन्हा की धरती मुंगेर प्रमंडल के जिला लखीसराय में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कथित समाधान यात्रा पर तंज कसते हुए कहा है कि कर्मयोगी की इस पावन धरती पर केवल तफरीह नहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी को आत्मावलोकन भी करना चाहिए था।
15 वर्षों के अपने कार्यकाल में श्रीकृष्ण बाबू ने बिहार को जो गौरव दिलाया, इन दोनों बड़े और छोटे भाइयों ने अपने 32 साल के कार्यकाल में सभी मानकों पर बिहार को और नीचे की ओर ही धकेला है। सिन्हा ने कहा कि आधुनिक बिहार की नींव रखने वाले नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री बिहार केसरी श्री कृष्ण सिन्हा की धरती मुंगेर प्रमंडल के जिला लखीसराय में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कथित समाधान यात्रा पर तंज कसते हुए कहा है कि कर्मयोगी की इस पावन धरती पर केवल तफरीह नहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी को आत्मावलोकन भी करना चाहिए था।
सिन्हा ने कहा कि आधुनिक बिहार की नींव रखने वाले श्रीकृष्ण सिन्हा ने बरौनी, हटिया, बोकारो आदि में जहां उद्योगों का जाल बिछवाया वहीं रेलवे यार्ड से लेकर गंगा पर राजेन्द्र पुल, कोसी प्रोजेक्ट, पूसा एग्री कल्चर कॉलेज, बिहार, भागलपुर, रांची विश्वविद्यालय जैसे महत्वपूर्ण कार्य किए। विकास के सभी पैमाने पर बिहार को अव्वल बनाया। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भी अनेक स्थलों को विकसित किया। देश व दुनिया में बिहार आकर्षण का केन्द्र बना। उन्होंने राज्य में चतुर्दिक सामाजिक शांति व सदभाव का माहौल कायम कर चुनावी राजनीति में भी शूचिता का नया मानदंड स्थापित किया।
17 साल से सीएम की कुर्सी पर काबिज नीतीश कुमार को भी अपनी उपलब्धियां सार्वजनिक करना चाहिए। उन्होंने कहा कि बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण बाबू की कर्मभूमि मुंगेर व लखीसराय आज उपेक्षा का शिकार है। अपराध की वजह से यह पूरा क्षेत्र कराह रहा है। इस पूरे प्रमंडल में अपार संभावना के बावजूद यहां के पर्यटन स्थल उजाड़ व वीरान बने हुए हुए हैं। वोट बैंक की राजनीति तक सीमित रहने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस पूरे इलाके को गर्त में पहुंचा दिया है। अगर उनमें थोड़ी भी ईमानदारी होती तो अपनी समाधान यात्रा में इसकी भी समीक्षा करते कि आखिर आज का बिहार इस तरह से विकासहीन, दिशाहीन क्यों हैं?
कृष्ण सिन्हा ने बरौनी, हटिया, बोकारो आदि में जहां उद्योगों का जाल बिछवाया वहीं रेलवे यार्ड से लेकर गंगा पर राजेन्द्र पुल, कोसी प्रोजेक्ट, पूसा एग्री कल्चर कॉलेज, बिहार, भागलपुर, रांची विश्वविद्यालय जैसे महत्वपूर्ण कार्य किए। विकास के सभी पैमाने पर बिहार को अव्वल बनाया। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भी अनेक स्थलों को विकसित किया। देश व दुनिया में बिहार आकर्षण का केन्द्र बना। उन्होंने राज्य में चतुर्दिक सामाजिक शांति व सदभाव का माहौल कायम कर चुनावी राजनीति में भी शूचिता का नया मानदंड स्थापित किया। 17 साल से सीएम की कुर्सी पर काबिज नीतीश कुमार को भी अपनी उपलब्धियां सार्वजनिक करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण बाबू की कर्मभूमि मुंगेर व लखीसराय आज उपेक्षा का शिकार है। अपराध की वजह से यह पूरा क्षेत्र कराह रहा है। इस पूरे प्रमंडल में अपार संभावना के बावजूद यहां के पर्यटन स्थल उजाड़ व वीरान बने हुए हुए हैं। वोट बैंक की राजनीति तक सीमित रहने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस पूरे इलाके को गर्त में पहुंचा दिया है। अगर उनमें थोड़ी भी ईमानदारी होती तो अपनी समाधान यात्रा में इसकी भी समीक्षा करते कि आखिर आज का बिहार इस तरह से विकासहीन, दिशाहीन क्यों हैं?