Bihar News: कसेरा समाज पटना सिटी ने धीरेन्द्र शास्त्री के विरोध में किया प्रदर्शन
विरोध में कसेरा पंचायत भवन से समाज के महामंत्री सुजीत कुमार कसेरा के नेतृत्व में विरोध मार्च निकाली गई।
पटना : कसेरा पंचायत (हैहय वंशी समाज) पटना सिटी के द्वारा कथा वाचक धीरेन्द्र शास्त्री के विरोध में कसेरा पंचायत भवन से समाज के महामंत्री सुजीत कुमार कसेरा के नेतृत्व में विरोध मार्च निकाली गई। इस विरोध मार्च की अध्यक्षता समाज के अध्यक्ष कन्हाई चौधरी ने किया।
विरोध मार्च यहां से निकलर गुरहट्टा ,गुजरी बाजार,पश्चिम दरवाजा,बेलबर गंज होते हुए अनुमण्डल कार्यालय पटना सिटी गई। वहां जाकर जिलाधिकारी पटना को अनुमण्डल पदाधिकारी के माध्यम से समाज के लोगो ने ज्ञापन दिया और मांग की गई की धीरेन्द्र शास्त्री अगर जल्द से जल्द माफी मांग लें नही तो उनके ऊपर अपराधिक मामलों के तहत मुकदमा दायर किया जाए।
महामंत्री सुजीत कुमार कसेरा ने कहा की अगर वह माफी नही मांगते या कानूनी कारवाई नही होती है तो 13 मई से 17 मई के बीच नौबतपुर पटना में उनके कार्यक्रम का हमारा समाज के लोग पुरजोर तरीके से विरोध करेगी। साथ साथ बताया की 23 अप्रैल को सोशल मीडिया के माध्यम से हमलोगो के आराध्य देव शास्त्रवाहु महाराज के और हैहय वंश समाज के बारे में बहुत ही अभद्र भाषा का प्रयोग किया था।
जो भाषा का उन्होंने प्रयोग किया है वैसा कही भी और किसी भी ग्रंथ में लिखा हुआ नही है।
सहस्त्रवाहु महाराज बहुत ही शक्ति शाली और भगवान श्री विष्णु के सुदर्शन चक्र के अवतार थे।
रामायण में भी उनके शक्ति का वर्णन किया गया है। जब बानर राज अंगद को बंदी बनाकर रावण के सामने लाया गया था । तब रावण को कहा था कि मुझे पता है आप कितने शक्तिशाली है जब भगवान सहस्त्रवाहू ने आपको 6 महीना बंधक बना कर रखा था। ऐसे - ऐसे उनकी कई कथाएं है। विरोध मार्च में झंडा एवम तख्ती पर कथा वाचक धीरेन्द्र शास्त्री मुर्दावाद , हाय हाय , माफी मांगो - माफी मांगो लेकर सैकड़ो लोग नारा लगाते हुए चल रहे थे।
विरोध मार्च में मुख्य रूप से अध्यक्ष कन्हाया चौधरी, महामंत्री सुजीत कुमार कसेरा कोषाध्यक्ष प्रमोद कसेरा, गिरजा शंकर प्रसाद ,धर्मनाथ कसेरा उर्फ ननकी,प्रेम नाथ कसेरा,दुर्गा चौधरी,रवि कसेरा,विश्वनाथ प्रसाद,राजू प्रसाद, सुभाष कुमार उर्फ अन्नू कसेरा, उदय कसेरा, सतीश नारायण,अमर नाथ,सुधीर कसेरा,अविनाश कसेरा, शिवम कसेरा,हर्ष कसेरा,गौरव कसेरा,प्रदीप कसेरा,जगरनाथ कसेरा,ठाकुर नारायण चौधरी, नीरज कसेरा,अजय कसेरा, देवी चौधरी के साथ - साथ कसेरा समाज के सैकड़ो लोग शामिल रहे।