पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर का सोनिया-राहुल से सवाल, पूछा- मुंबई की बैठक में क्या तय हुआ?
प्रसाद ने कहा कि सोनिया, राहुल और खड़गे से पूछता हूं कि मुंबई की बैठक में आपने क्या यह तय किया है कि हिन्दू आस्था को बदनाम करना है.
पटना: पूर्व केंद्रीय मंत्री और पटना साहिब के सांसद रविशंकर प्रसाद ने गुरुवार को सनातन धर्म और हिंदुओं के खिलाफ दिए जा रहे बयान पर कांग्रेस को घेरते हुए सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे से सवाल पूछा है।
भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए प्रसाद ने कहा कि सोनिया, राहुल और खड़गे से पूछता हूं कि मुंबई की बैठक में आपने क्या यह तय किया है कि हिन्दू आस्था को बदनाम करना है.
उन्होंने कहा कि हिन्दू, सनातन धर्म के बारे में क्यों बार बार अनाप-शनाप बोला जा रहा है? ये लोग इसका जवाब दें। डीएमके के उदयनिधि के बाद ए राजा ने सनातन धर्म का अपमान किया. ए राजा ने सनातन धर्म का अपमान करते हुए इसकी एचआईवी से तुलना की है। ए राजा ने कहा है कि सनातन धर्म सामाजिक बीमारी है। यह कुष्ठ रोग और एचआईवी से भी ज्यादा घातक है।
उन्होंने सोनिया गांधी की चुप्पी पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी हिंदू धर्म को कितना समझते हैं, हम जानते हैं। उन्होंने कहा कि मुगल सल्तनत हिंदू आस्था को नहीं हिला सकी, ब्रिटिश शासन ने भी हिंदू आस्था को टच नहीं कर सकी। सनातन की ज्वाला आगे बढ़ते गई।
प्रसाद ने राजद अध्यक्ष जगदानंद सिंह के ' टीका वाले देश को गुलाम बनवाया ' पर कहा कि सिंह कहते है कि जो लोग तिलक लगाकर घूमते हैं उन्हीं लोगों ने भारत को गुलाम बनाया है और उधर लालू यादव मुंबई में सिद्धिविनायक मंदिर में जाकर दिखावे के लिए पूजा कर रहे थे।
प्रेस कांफ्रेंस में संविधान की मूल प्रति लेकर पहुंचे श्री प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस हिन्दू आस्था को शर्मसार कर रही है। उन्होंने कहा कि इसीलिए इसे घमंडिया गठबंधन कहा जा रहा है। उन्होंने कहा कि गांव-गांव जाकर इस गठबंधन और कांग्रेस का असली चेहरा उजागर करेंगे।
उन्होंने संविधान की मूल प्रति दिखाते हुए सोनिया को निशाने पर लेते हुए कहा कि सोनिया गांधी भूल गई हैं और राहुल गांधी तो पढ़ते-लिखते नहीं हैं इसलिए मैं इसे लेकर आया हूं।
उन्होंने कहा कि संविधान मे फंडामेंटल राइट पर राम जानकी और लक्ष्मण के साथ श्रीलंका विजय के बाद अयोध्या लौटने का चित्र है। सोनिया गांधी आपके ज्ञान के लिए, एक दूसरी तस्वीर देखिए। भगवान कृष्ण अर्जुन को गीता का ज्ञान दे रहे हैं।
उन्होंने साफ लहजे में कहा कि संविधान की मूल प्रति में भगवान हनुमान की तस्वीर, नटराज की तस्वीर, इसमें शिवाजी हैं, झांसी की रानी हैं और महात्मा गांधी हैं, अकबर, बाबर और औरंगजेब नहीं है। उन्होंने कहा कि इसमें राजेंद्र प्रसाद जी के बाद आपके दादा ससुर जी के भी हस्ताक्षर हैं। उन्होंने सोनिया गांधी से सवाल करते हुए कहा कि इसमें मौलाना आजाद, वल्लभ भाई पटेल, अंबेडकर, नेहरू को कभी दिक्कत नहीं हुई, आपकी कांग्रेस पार्टी को क्या हो गया है?
पत्रकारों के एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को संविधान पढ़ने की जरूरत है। जरूरत पड़ेगा तो हम ख़ुद संविधान कि प्रति भेजेंगे। प्रेस वार्ता में मुख्य रूप से प्रदेश प्रवक्ता व मीडिया प्रभारी मनोज शर्मा भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राकेश कुमार सिंह प्रदेश प्रवक्ता सुषमा साहू भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी दानिश इकबाल उपस्थित थे .