प्रशिक्षण और रोजगार से नेत्रहीनों को नया मिलेगा आत्मविश्वास
या विश्वास संस्था के द्वारा आज दृष्टिबाधित छात्रों के बीच बीच कॉपी , किताब और खाद्य सामग्री का वितरण किया गया।
पटना : दृष्टिबाधित बच्चों से सामान्यजनों को एकजुटता की सीख लेनी होगी। जीवन की बाधा को ये एक दुसरे के सहयोग से पार कर रहे हैं, साथ ही इन बच्चों के मन में किसी प्रकार की ईर्ष्या , द्वेष या विभेद करने की समस्या नहीं है। अगर इन बच्चों को सही तरीके से प्रशिक्षण देकर रोजगार से जोडा जाये तो इनकी जिंदगी में नया विश्वास का संचार होगा। कदमकुआं स्थित राजकीय नेत्रहीन उच्च विद्यालय में मुख्य अतिथि के तौर पर उक्त बातें आज समाजसेवी रानी चौबे ने ऐसे बच्चों के बीच मनोबल बढाने के लिए कहीं।
मालूम हो कि नया विश्वास संस्था के द्वारा आज दृष्टिबाधित छात्रों के बीच बीच कॉपी , किताब और खाद्य सामग्री का वितरण किया गया। विद्यालय के प्राचार्य अमरनाथ ने इस मौके पर कहा कि स्वच्छता व पोषण के साथ इनकी संवेदना का ध्यान रखना भी हम सबका कर्त्तव्य है। प्राचार्य ने कहा कि समय समय पर ऐसी संस्थाएं विद्यालय के बच्चों का उत्साहवर्धन करती है। इससे बच्चों के साथ हमारे शिक्षकों को भी बेहतर करने की प्रेरणा मिलती है।
नया विश्वास के सचिव सीमांत शेखर ने कहा कि सरकार को एक समावेशी शिक्षा पद्धति बनाने की जरूरत है जिससे दृष्टिहीन बच्चे भी शिक्षा के साथ जीवन की मुख्य धारा में शामिल हो सकें। मौके पर समाजसेवी संजू सिंह भी उपस्थित थीं। मंच संचालन स्वीटी ने किया।