फूलन देवी की जयंती पर प्रत्येक वर्ष संघर्ष कर रही महिलाओं को 'COFFED' देगा पुरस्कार - ऋषिकेश कश्यप

Rozanaspokesman

राष्ट्रीय, बिहार

कॉफ्फेड के अध्यक्ष प्रयाग सहनी ने कहा कि फूलन देवी ने देश और समाज के लिए अर्पित किया।

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Patna: आज मछुआरों की सहकारी संस्था 'कॉफ्फेड ' ने वीरांगना फूलन देवी की जयंती के अवसर पर प्रत्येक वर्ष कॉफ्फेड वीरांगना फूलन देवी पुरस्कार देने की घोषणा की। कॉफ्फेड के प्रबंध निदेशक ऋषिकेश कश्यप ने वीरांगना फूलन देवी की 60 वीं जयंती के अवसर पर उनके चित्र पर फूल माला चढ़ा कर श्रद्धांजलि प्रकट की।

इस अवसर पर कॉफ्फेड के अध्यक्ष प्रयाग सहनी, लालो सहनी और भी प्रबुद्ध लोग उपस्थित हो कर पुष्प अर्पित किया। कॉफ्फेड के प्रबंध निदेशक ऋषिकेश कश्यप ने कहा कि पूर्व सांसद वीरांगना फूलन देवी मछुआ समाज की नहीं विश्व की महिलाओं के लिए आदर्श रही हैं। उन्होंने समाज को जागरूक करने के लिए अन्याय के खिलाफ मोर्चा खोला। फूलन देवी ने जुल्म और अत्याचार, उत्पीड़न, शोषण के खिलाफ महिलाओं के सम्मान की रक्षा और उनके हक के लिए सड़क से संसद तक लड़ाई लड़ी है। उनके सम्मान में संघर्ष करने वाली महिलाओं को कॉफ्फेड हर वर्ष पुरस्कार देगा। उन्होंने कहा कि आज मछुआरा समाज को एकजुट होकर संघर्ष करने की जरूरत है।

हमारे समाज को फर्जी नेताओं और दलालों से सावधान रहना होगा। फूलन देवी जाति वर्चस्व,पितृसत्ता और राजसत्ता के अन्यायी गठजोड़ के खिलाफ प्रतिवाद और प्रतिरोध की प्रतीक बन चुकी बहुजन नायिका हैं. वे अन्याय-अत्याचार के खिलाफ हमारे प्रतिरोध की चेतना व भावना में जिंदा हैं। उन्होंने कहा कि ‘शिक्षित करो, संगठित करो, आंदोलित करो’ के डॉ. अंबेडकर के आह्वान को आत्मसात कर व्यवहार में उतारना होगा. तभी बहुजन समाज के मुक्ति की लड़ाई आगे बढ़ेगी।

कॉफ्फेड के अध्यक्ष प्रयाग सहनी ने कहा कि फूलन देवी ने देश और समाज के लिए अर्पित किया। हम लोगों को उनसे सीख लेकर समाज में फैली कुरीतियों और अंधविश्वास खत्म करने के लिए संघर्ष करना चाहिए। सहनी ने कहा कि आज के दौर में बहुजन नायिका फूलन देवी की विरासत को आगे बढ़ाने का मतलब है, सामाजिक-आर्थिक-राजनीतिक व्यवस्था के अन्यायी चरित्र को बदलने की संगठित लड़ाई तेज करना है। सामाजिक-आर्थिक-राजनीतिक जीवन पर भ्रष्टाचारियों और दलालों के वर्चस्व को उखाड़ फेंकना होगा। आज के दिन हमें बहुजन समाज के संवैधानिक हक-अधिकार व हिस्सेदारी के ज्वलंत मुद्दे पर लड़ाई को तेज करने का संकल्प लेना होगा।