जे.पी के तथाकथित शिष्य कर रहे हैं बिहार को शर्मशार: विजय कुमार सिन्हा
सिन्हा ने कहा कि जे.पी. आंदोलन से बिहार के कई नेता निकले जिसमें श्रीमान लालू प्रसाद और नीतीश कुमार भी शामिल हैं।
Patna: बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री विजय कुमार सिन्हा ने स्वर्गीय जय प्रकाश नारायण की जयंती के अवसर पर उन्हें नमन करते हुए कहा है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जे.पी. के सम्पूर्ण क्रांति को साकार करने लिये अथक परिश्रम कर रहे हैं।
सिन्हा ने कहा कि जे.पी. के सम्पूर्ण क्रांति में शामिल 7 क्रांतियाँ क्रमशः राजनैतिक, आर्थिक,सामाजिक, सांस्कृतिक,बौद्धिक, शैक्षणिक और आध्यात्मिक क्रांति को भारत भूमि पर स्थापित करने में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पूरी भाजपा लगी हुई है। हम इसमें सफल भी हुये हैं जिसे कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक अनुभव किया जा सकता है।
सिन्हा ने कहा कि जे.पी. आंदोलन से बिहार के कई नेता निकले जिसमें श्रीमान लालू प्रसाद और नीतीश कुमार भी शामिल हैं। लेकिन इन्होने जे.पी. के विचारों ,आदर्शों और सिद्धांतों की तिलांजलि देकर भ्रष्ट कांग्रेस के साथ गलबहियाँ कर लिया है। देश की जनता जानती है कि जे.पी. ने कांग्रेस की तानाशाही, भ्रष्टाचार, अत्याचार और वंशवाद के ख़िलाफ़ 1974 में बिहार से आंदोलन की शुरुआत की और 1977 में पूरे देश से कांग्रेस को उखाड़ फेंका। लेकिन आज लालू जी और नीतीश जी उसी कांग्रेस की गोद में बैठ गये। पूरा बिहार शर्मशार हो रहा है।
सिन्हा ने कहा कि जे.पी. आंदोलन से उपजे समाजवादी नेतागण बिहार में जे.पी. सेनानी पेंशन प्राप्त कर रहे हैं। कांग्रेस के विरोध में यह पूरा आंदोलन जन्मा और पनपा था। लेकिन अब जो नेता कांग्रेस के गोद में बैठ गए हैं उन्हें जे.पी. सेनानी पेंशन लेने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। इन महानुभावों से जे.पी. सेनानी पेंशन का त्याग करने की अपील मेरे द्वारा विधानसभा सत्र में वक्तव्य में की गयी थी। यदि ये स्वयं जे.पी. सेनानी पेंशन का त्याग नहीं करेंगे तो भाजपा की सरकार बनने पर इनका पेंशन बंद कर दिया जाएगा।
सिन्हा ने कहा कि बिहार की जनता अब सुशासन की चादर ओढ़कर दुशासन का कर्म कर रहे इन सिद्धांतविहीन तथाकथित जे.पी. के शिष्यों को पहचान चुकी है। अगले चुनाव में जनता इनको सबक सिखाएगी।