बिहार में कानून का नहीं अपराधियों का राज : जनक चमार
उन्होंने यहां तक कहा कि घटना के बाद पुलिस अपराधियों को पकड़ने में दिलचस्पी नहीं दिखाती बल्कि पीड़ित को ही परेशान करती है।
Bihar News: बिहार के पूर्व मंत्री और प्रदेश के मुख्य प्रवक्ता जनक चमार ने आज प्रदेश सरकार को कानून व्यवस्था को लेकर घेरते हुए कहा कि बिहार में अब कानून का नहीं अपराधियों का राज कायम हो गया है। उन्होंने यहां तक कहा कि घटना के बाद पुलिस अपराधियों को पकड़ने में दिलचस्पी नहीं दिखाती बल्कि पीड़ित को ही परेशान करती है।
भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए श्री चमार ने बताया कि रोहतास के दिनारा में एक दलित महिला से दुष्कर्म के मामला सामने आने के बाद प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी जी के निर्देश के बाद भाजपा की एक टीम पीड़ित परिवार से मिलने कल गई थी। इस टीम में जनक राम के अलावा पूर्व मंत्री रामप्रीत पासवान भी शामिल थे।
वहां से लौटने के बाद श्री चमार ने कहा कि आठ दिसंबर को दुष्कर्म की घटना हुई लेकिन एफआईआर तब दर्ज हुई जब भाजपा की टीम के आने की जानकारी मिली। एफआईआर में भी दुष्कर्म की जगह दुष्कर्म का प्रयास करने का आरोप लगाया गया।
उन्होंने कहा कि यह सरकार गुंडों की सरकार हो गई है, जिसमें खासकर दलित समाज के लोग सुरक्षित नहीं हैं। एक दलित महिला के साथ अत्याचार हो रहा है और प्रशासन कार्रवाई नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार अपराधियों को संरक्षण दे रही है, जिसके कारण अपराधियों का हौसले बुलंद हैं और बिहार में अपराध चरम सीमा पर है।
पूर्व मंत्री जनक राम ने कहा कि प्रदेश सरकार दलित और महिला विरोधी है। आज पुलिस की कारवाई अपराधियों पर नहीं पीड़ित परिवार पर हो रही है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि लोगों का सरकार पर से भरोसा उठ चुका है। उन्होंने कहा कि पुलिस कप्तान और थाना प्रभारी को निलंबित करना चाहिए।
इस प्रेस वार्ता में पूर्व मंत्री और भाजपा नेता रामप्रीत पासवान ने कहा कि आज हालात ऐसे हैं कि पुलिस को पता चला कि भाजपा का शिष्टमंडल पीड़ित महिला से मिलने पहुंच रहा है, तब जाकर घटना के चौथे दिन पुलिस पीड़ित महिला की मेडिकल जांच कराने ले गई है।
उन्होंने कहा कि आम लोगों खासकर दलितों पर जिस तरह अत्याचार हो रहा है, उसके खिलाफ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के नेतृत्व में पूरे प्रदेश में आंदोलन करेगी।
उन्होंने कहा कि आज मुख्यमंत्री की बात अधिकारी भी नहीं सुनते हैं। मुख्यमंत्री के जनता दरबार में लोग आते हैं लेकिन तब भी लोगों की समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। यह मुख्यमंत्री भी जानते हैं।
श्री पासवान ने प्रदेश में शराबबंदी कानून को लेकर भी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि शराबबंदी पूरी तरह फेल है। उन्होंने एक विवाह समारोह का जिक्र करते हुए कहा कि उस समारोह में अधिकांश लोग शराब सेवन किए हुए थे।
इस प्रेस वार्ता में मीडिया प्रभारी दानिश इकबाल, सह मीडिया प्रभारी अमित प्रकाश बबलू और सुनील सेवक उपस्थित रहे।