सर्वोच्च न्यायालय ने संसद की गरिमा और भारत की अखंडता को बरकरार रखा : एपी पाठक
एपी पाठक ने बताया, जहां हुए बलिदान मुखर्जी, वह कश्मीर हमारा है - भारत के नागरिकों की पूरी एक पीढ़ी यह नारा लगाते हुए गुजरी है।
AP Pathak News : भारत के माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने अनुच्छेद 370 और 35 A को निरस्त करने पर ऐतिहासिक फैसला सुनाया है। माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने अपने फैसले में भारत की संप्रुभता और अखंडता को बरकरार रखा है जिसे प्रत्येक भारतीय द्वारा सदैव संजोया जाता रहा है। उक्त बातें भाजपा नेता एपी पाठक ने मोदी जी का अनुसरण करते हुए कहा। जम्मु एवं कश्मीर की विकास यात्रा को मजबूती प्रदान करने के लिए मोदी सरकार ने कई मानक तय किए है। अनुछेद 370 का प्रावधान अस्थायी व्यवस्था थी और भारत का बटवारा भी अस्थायी व्यवस्था में हुआ था जिसे सुप्रीम कोर्ट ने संसद के फैसले को उचित माना।
माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी कोई भी काम अधूरा नहीं करते हैं, केवल और केवल देशहित में ही फैसले लेते हैं । एपी पाठक ने बताया, जहां हुए बलिदान मुखर्जी, वह कश्मीर हमारा है - भारत के नागरिकों की पूरी एक पीढ़ी यह नारा लगाते हुए गुजरी है। और इस पीढ़ी से ठीक पहले लाखों लोगों ने पंजाब, सिंध, बलूचिस्तान, बंगाल और अराकान हमारा है - यह कहते हुए अपने प्राणों का बलिदान दिया था।
संवाददाताओं से बात करते हुए भाजपा नेता एपी पाठक ने कहा कि आज अनुच्छेद 370 की समाप्ति पर सुप्रीम कोर्ट की मोहर लगने के बाद मुखर्जी सहित दर्जनों बलिदानियों का बलिदान सफल हुआ है। इसकी सभी देश भक्त राष्ट्रवादियों को बधाई हो। हम एक बार उन सबको प्रणाम करते हैं। एपी पाठक ने कहा कि अनुच्छेद 370 की तरह भारत का विभाजन भी एक अस्थाई व्यवस्था थी और इसी के साथ उस अस्थाई व्यवस्था को भी खत्म करने और दोबारा अखंड भारत को स्थापित करने का रास्ता खुल गया है। भारत के हिन्दू महाराजा हरि सिंह को अपमानित करना और प्रताड़ित करना था।
जम्मू से डोगराओं का नरसंहार करना था। शेख अब्दुल्ला के बाद फारूक अब्दुल्ला के समय कश्मीरी ब्राह्मणों का नरसंहार शुरू हुआ तो उसे भी इसी अनुच्छेद 370 का संरक्षण मिला हुआ था। जिस तरह कश्मीर अब मुख्य धारा में लौटा है, हमें उम्मीद ही नहीं पूरा विश्वास है कि कश्मीर विकसित भारत का विकसित राज्य बनेगा। आपको बताते चले कि भाजपा नेता एपी पाठक अपने वाल्मिकीनगर लोकसभा क्षेत्र के दौरे पर है जहां वो सघन महाजनसंपर्क अभियान पर है।और ये फैसला आने पर वो लोगों के बीच समाज और देश सेवा हेतु और जागरूकता लाने का प्रयास कर रहे है।साथ ही मोदी जी की राष्ट्रहित की नीतियों को जनता के बीच बता रहे है।