Patna News: अटल जी के अधूरे सपने को साकार कर रहे हैं प्रधानमंत्री मोदी: मंगल पांडेय
अटल जी ने मैथिली को संविधान की अष्टम अनुसूची में शामिल कर मिथिलांचल का किया सम्मान
Patna News: भाजपा के वरिष्ठ नेता, स्वास्थ्य व विधि मंत्री मंगल पांडेय ने पुण्यतिथि पर राजनीति के अजातशत्रु व देश के यशस्वी पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी को नमन करते हुए कहा है कि बिहार से खास लगाव महसूस करने वाले महान राजनीतिज्ञ अटल जी बिहार के विकास को लेकर अक्सर चिंतित रहते थे। बिहार के किसानों के प्रति उनका विशेष लगाव था। किसानों से उनके इस स्नेह को ध्यान में रखते हुए ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनके जन्म दिवस से ‘किसान सम्मान निधि’ योजना की शुरुआत की। दरअसल यह योजना देश के किसानों के साथ ही स्वर्गीय अटल जी का भी सम्मान है।
पाण्डेय ने कहा कि अटल जी के दिल में बिहार बसता था। बिहार की कमोबेश अपनी हर सभाओं में वे अपने संबोधन की शुरूआत-‘‘आप बिहारी, मैं तो अटल बिहारी हूं’’ कह कर किया करते थे। हर बिहारी से वे अपना आत्मीय रिश्ता बताते थे। बिहार के लिए उनकी सरकार की अनेक देन अविस्मरणीय है। आज उनके अनेक अधूरे सपने को देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी पूरा कर रहे हैं।
अटल बिहारी वाजपेयी ने देश के प्रधानमंत्री के रूप में बिहार के मिथिलांचल की भावना का ख्याल रखते हुए मैथिली को संविधान की अष्टम अनुसूची में शामिल करने का फैसला लिया। मुख्यमंत्री के रूप में कर्पूरी ठाकुर और जगन्नाथ मिश्र ने इस प्रस्ताव को केन्द्र सरकार के पास भेजा था। मगर केन्द्र की कांग्रेस सरकार ने 23 वर्षों तक उस प्रस्ताव को लटका कर रखा था। दिसम्बर, 2003 में अटल जी ने मिथिलांचल वासियों की लम्बे समय से चली आ रही इस मांग को स्वीकार कर उनकी भावना का सम्मान किया था। मिथिलांचलवासी उनके इस अवदान को कभी भूल नहीं सकते हैं।
पाण्डेय ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने कोसी महासेतु का शिलान्यास वर्ष 2003 में किया और अपने कार्यकाल में ही पर्याप्त फंड की व्यवस्था कर इसके निर्माण का मार्ग प्रशस्त कर दिया। इस पुल के निर्माण की वजह से न केवल मिथिलांचल का एकीकरण हुआ बल्कि यहां की करीब डेढ़ से दो करोड़ आबादी का दशकों पुराना सपना भी पूरा हुआ। 78 वर्षों के बाद एक-दूसरे से अलग-थलग पड़े मिथिलांचलवासी आपस में जुड़ सकें। ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर की परिकल्पना भी अटल जी की ही देन है।
ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर के तहत बिहार में बनी करीब 1000 कि.मी. फोरलेन सड़कें यहां आर्थिक विकास के नए रास्ते खोल दी। इसके अलावा कोसी रेल पुल, मुंगेर में गंगा पर पुल, दीघा-सोनपुर गंगा पुल, हरनौत रेल कारखाना, राजगीर आयुद्ध फैक्ट्री आदि भी अटल बिहारी वाजपेयी की देन है। इन सबके लिए बिहारवासी अटल जी के प्रति सदैव कृतज्ञ रहेंगे।
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