विद्यालयों के बंद रहने से पढ़ाई का बहुत नुकसान हुआ, अगली महामारी के लिए तैयार रहने की जरूरत है: अजय बंगा
भारतीय-अमेरिकी बंगा (63) ने पिछले महीने विश्व बैंक के अध्यक्ष का पदभार ग्रहण किया था।
New Delhi: कोविड-19 महामारी के दौरान विद्यालयों के बंद रहने के कारण पढ़ाई-लिखाई का बहुत अधिक नुकसान हुआ है। यह बात विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा ने बुधवार को कही और अगली महामारी के आने से पहले ही एक प्रणाली तैयार करने की जरूरत को रेखांकित किया ताकि ऐसी स्थिति को उत्पन्न होने से रोका जा सके।
‘पीटीआई-भाषा’ द्वारा किए गए एक सवाल के जवाब में बंगा ने कहा, ‘‘महामारी के दौरान विद्यालय जाने वाली पीढ़ी को लेकर हमारे पास वास्तविक चुनौतियां हैं। उन्होंने कहा, ‘‘जब हम कोविड-19 महामारी की चपेट में आए तो विकसित और विकासशील देश इससे निपटना सीख रहे थे। इस अवधि में लंबे समय तक विद्यालय बंद रहने के कारण पढ़ाई-लिखाई का बहुत अधिक नुकसान हुआ...और इस नुकसान से निपटना सिर्फ भारत की समस्या नहीं है, बल्कि यह दुनियाभर के लिए एक मुद्दा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मत है कि हमें अब सबक लेना चाहिए। बहुत हद तक यह सुनिश्चित करना होगा कि हम अगली महामारी से पहले ही एक प्रणाली तैयार करना सीख लें...अन्यथा हम वही भूलें दोबारा करेंगे। यह तो तय है कि अगली महामारी आएगी जरूर। सवाल यह है कि इसके आने से पहले हम कितना सीखते हैं? मेरे लिए यह एक बड़ा सवाल है।’’
विश्व बैंक ने इससे पहले कहा था कि कोविड-19 महामारी के कारण भारत में विद्यालयों के लंबे समय तक बंद रहने से पढ़ाई में नुकसान के अलावा देश की भावी कमाई में 400 अरब अमेरिकी डॉलर का नुकसान हो सकता है।
भारतीय-अमेरिकी बंगा (63) ने पिछले महीने विश्व बैंक के अध्यक्ष का पदभार ग्रहण किया था। बंगा दो वैश्विक वित्तीय संस्थानों (विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष) में से किसी एक का प्रमुख बनने वाले पहले अश्वेत व्यक्ति हैं। वह यह पद संभालने के बाद पहली बार भारत यात्रा पर हैं। वह जी-20 वित्त मंत्रियों और सदस्य देशों के केंद्रीय बैंक के गवर्नर की अहमदाबाद में होने वाली बैठक में शामिल होंगे। बुधवार की सुबह उन्होंने द्वारका स्थित कौशल विकास केंद्र का दौरा किया और विद्यार्थियों से बातचीत की।