एक शव को छुड़ाने के लिए भीख मांगना पड़ा: पप्पू यादव

Rozanaspokesman

राष्ट्रीय, बिहार

पप्पू यादव ने कहा कि परिजनों की लाख मिन्नत के बाद भी शव को नहीं दे रहे थे।

Had to beg to get a dead body released: Pappu Yadav

पटना : कंकड़बाग स्थित मेदांता अस्पताल की मनमानी से नाराज जनाधिकार पार्टी के सुप्रीमो पप्पू यादव बुधवार को मेदांता अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने अस्पताल प्रशासन द्वारा बंधक बनाये गये वार्ड पार्षद मुन्ना राय के शव को किसी तरह छुड़ाया। जिसके बाद उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए जयप्रभा मेदांता अस्पताल पर जमकर भड़ास निकाली। इस मौके पर उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि अस्पताल ने मनमाने तरीके से वार्ड पार्षद को शव को पैसे की खातिर 4 दिनों से बंधक बनाकर रखा था। मुझे शव को छुड़ाने के लिए मेदांता अस्पताल के डॉ. तेरहान समेत 100 लोगों को फोन करना पड़ा। वहीं, उन्होंने बताया कि अंत में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को मुझे फोन करना पड़ा, जिसके बाद अस्पताल प्रशासन को शव को परिजनों को सौंपा।

पप्पू यादव ने कहा कि परिजनों की लाख मिन्नत के बाद भी शव को नहीं दे रहे थे। साथ ही उन्होंने अस्पताल में बाउंसर के नाम पर गुंडा पालने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रशासन इलाज के नाम लूट मचाये हुए हैं। उन्होंने कहा कि लाश को छुड़ाने के लिए मुझे 100 लोगों को फोन करना पड़ा। पप्पू यादव को भीख मांगना पड़ा।

बता दें कि दो सप्ताह पर राजधानी पटना के जक्कनपुर में अपराधियों द्वारा पूर्व पार्षद मुन्ना राय को गोली मारकर घायल कर दिया गया था। घटना की जानकारी मिलते ही जक्कनपुर थाना के पुलिस पहुंच घायल मुन्ना राय को इलाज के लिए मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान अस्पताल में मुन्ना राय की मौत हो गयी। वहीं, अस्पताल प्रशासन द्वारा मुन्ना राय के शव को 4 दिनों से बंधक बनाया बना लिया था। इलाज में 8 लाख खर्च होने के बावजूद 4 दिनों से अस्पताल प्रशासन ने 4 दिनों से शव को परिजनों को सौंप नहीं रहे थे। जिसके बाद जनाधिकार पार्टी के सुप्रीमो पप्पू यादव ने अस्पताल पहुंचकर काफी मशक्कत के बाद शव को छुड़वाकर परिजनों को सौंपा।