Patna News: औरंगाबाद में मंगलवार को नगर भवन परिसर में "बेहतर बिहार संवाद" कार्यक्रम का आयोजन

Rozanaspokesman

राष्ट्रीय, बिहार

श्री ऋतुराज सिन्हा ने कहा कि भारत को वर्ष 2047 तक एक विकसित राष्ट्र के रूप में स्थापित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है

"Better Bihar Dialogue" program organized in Aurangabad on Tuesday news in hindi

Patna News In Hindi: सच्चिदानंद सिन्हा महाविद्यालय के तत्वावधान में किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मंत्री श्री ऋतुराज सिन्हा उपस्थित रहे। इस अवसर पर उन्होंने बिहार के युवाओं से सीधा संवाद करते हुए उन्हें प्रदेश के विकास की धारा में निर्णायक भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के टॉपर छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया, जिससे युवाओं में सकारात्मक ऊर्जा और आत्मविश्वास का संचार हुआ।

अपने संबोधन में श्री ऋतुराज सिन्हा ने कहा कि भारत को वर्ष 2047 तक एक विकसित राष्ट्र के रूप में स्थापित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है और यह कार्य तब तक संभव नहीं है जब तक बिहार इसमें अग्रणी भूमिका न निभाए। उन्होंने कहा कि बिहार की विशाल युवा आबादी इस परिवर्तन की धुरी बन सकती है, लेकिन इसके लिए सबसे पहले युवाओं को अपने सोच और दृष्टिकोण को बदलना होगा। उन्होंने कहा कि लोगों के मन में बिहार को लेकर नकारात्मक सोच बनी हुई है, जिसे समाप्त करना आवश्यक है। कोई भी व्यक्ति अपने परिवार को कोसकर प्रगति नहीं कर सकता, ठीक उसी प्रकार बिहार को दोष देकर आगे नहीं बढ़ा जा सकता। युवाओं को स्पष्ट एजेंडा के साथ आगे आकर नेतृत्व संभालना होगा।

श्री सिन्हा ने अपने उद्बोधन में ऐतिहासिक जेपी आंदोलन की याद दिलाते हुए कहा कि 1975 में बिहार के युवाओं ने तानाशाही और भ्रष्टाचार के खिलाफ एकजुट होकर सत्ता परिवर्तन का बिगुल फूंका था। आज भी बिहार को अगर नई दिशा देनी है, तो युवाओं को वही जोश और जज्बा दिखाना होगा। उन्होंने कहा कि यदि बिहार के युवा ठान लें और एकजुट होकर काम करें, तो राज्य की तस्वीर बदलने में समय नहीं लगेगा। उन्होंने गरीबी को बिहार की सबसे बड़ी समस्या बताया और कहा कि जब तक किसान और श्रमिकों की आय नहीं बढ़ेगी, तब तक गरीबी दूर नहीं हो सकती। इसके लिए कृषि में सुधार, बटाईदार किसानों को स्थायी रोजगार और तकनीक आधारित खेती की ओर बढ़ना होगा।

रोज़गार के मुद्दे पर बोलते हुए श्री ऋतुराज सिन्हा ने कहा कि आज हर युवा सरकारी नौकरी की उम्मीद लेकर तैयारी करता है, लेकिन यह व्यावहारिक नहीं है कि सरकार हर किसी को रोजगार दे सके। इस सोच को बदलते हुए युवाओं को नौकरी मांगने वाले नहीं, नौकरी देने वाले बनने की दिशा में सोचना चाहिए। उन्होंने स्वरोजगार को बेहतर विकल्प बताते हुए कहा कि इसके लिए सरकार को युवाओं को सरल ऋण व्यवस्था उपलब्ध करानी चाहिए, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें और दूसरों को भी रोज़गार दे सकें। उन्होंने गुजरात का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां के युवा 18 वर्ष की उम्र में व्यवसाय शुरू कर देते हैं, जबकि बिहार के युवा उसी उम्र में नौकरी की तैयारी शुरू करते हैं। बिहार को आगे बढ़ाना है तो यह मानसिकता बदलनी होगी।

कार्यक्रम के दौरान युवाओं ने भी सक्रिय रूप से भागीदारी निभाई और कई महत्वपूर्ण सुझाव रखे। बीसीए के छात्र नेयाज ने कृषि में तकनीकी नवाचार का सुझाव दिया, बीबीएम के छात्र कृष ने स्वरोजगार के लिए युवाओं को ऋण उपलब्ध कराने की मांग की, जबकि सचदेवा कॉमर्स की टॉपर छात्रा ने पर्यटन को बढ़ावा देने पर बल दिया। वहीं वैष्णवी नामक छात्रा ने न्यूनतम मजदूरी दर बढ़ाकर आम लोगों की आय में सुधार की बात कही। श्री सिन्हा ने युवाओं के इन सुझावों की सराहना करते हुए कहा कि यह संवाद भविष्य के बिहार की नींव है।

इससे पूर्व श्री सिन्हा ने राजेंद्र बाल उद्यान में देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की प्रतिमा का अनावरण किया और जिला अतिथि गृह में भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ संगठनात्मक बैठक कर आगामी विधानसभा चुनावों की रणनीति पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि मगध और शाहाबाद क्षेत्र प्रारंभ से ही एनडीए का मजबूत गढ़ रहा है और पिछली बार यहां जो नुकसान हुआ था, इस बार उसकी भरपाई पूरी तरह से की जाएगी।

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