मंत्री सुरेंद्र यादव ने जिला पार्षद करिश्मा कुमारी के खिलाफ चरित्र हनन पर कार्रवाई का दिलाया भरोसा
ज्ञापन में कहा गया कि आज तक करिश्मा कुमारी के आवेदन पर गया पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है।
-मंत्री सुरेंद्र यादव द्वारा गया की जिला पार्षद करिश्मा कुमारी के खिलाफ किए गए चरित्र हनन पर राजयपाल ने कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया .
Patna: राज्य के सहकारिता मंत्री श्री सुरेंद्र प्रसाद यादव ने सार्वजनिक मंच से पूरे महिला समाज का चरित्र हनन करने के खिलाफ गया जिला प्रशासन और सरकार द्धारा कोई कारवाई नहीं करने के खिलाफ क्षत्रिय सेवा महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष धनवंत सिंह राठौर के नेतृत्व में चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल आज राजयपाल से मिलकर ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधि मंडल में संगठन के राष्ट्रीय महासचिव प्रो राजकुमार सिंह, राष्ट्रीय सचिव अजय सिंह ओर गया की जिला पार्षद करिश्मा कुमारी भी शामिल थे।
राजयपाल को सौंपे ज्ञापन में कहा गया कि राज्य के सहकारिता मंत्री श्री सुरेंद्र प्रसाद यादव ने दिनांक 04 मई 2023 को गया मे आयोजित कार्यक्रम में सार्वजनिक मंच से महिलाओं के बारे में अभद्र टिप्पणी की थी। मंत्री श्री सुरेंद्र प्रसाद यादव ने गया जिला परिषद क्षेत्र संख्या-08 से निर्वाचित जिला परिषद सदस्य करिश्मा कुमारी के बारे में जो अशोभनीय टिप्पणी की है, इससे पूरा समाज लज्जित हुआ । करिश्मा कुमारी ने इस संबंध में मुख्यमंत्री, डीजीपी, एसएसपी गया आदि पदाधिकारियों को पत्र लिखकर कार्रवाई करने का आग्रह कर चुकी है। लेकिन आज तक मंत्री सुरेंद्र प्रसाद यादव के खिलाफ प्रशासन ने आज तक कोई कार्रवाई नहीं की है।
राठौर ने जब सोशल मीडिया पर कड़ा बयान दिया तो मंत्री सुरेंद्र प्रसाद यादव ने राठौर के खिलाफ एसएसपी गया को मेरे ऊपर कारवाई करने के लिए पत्र लिख दिया। गया के एसएसपी ने करिश्मा कुमारी के द्वारा लिखे पत्र पर कोई कार्रवाई नहीं की वही मेरे खिलाफ रामपूर थाना को प्राथमिकी दर्ज कर गिरफ्तार करने का निर्देश दिया। मुझे 4 जुलाई को गिरफ्तार कर गया जेल भेज दिया। जहां से मुझे माननीय स्थानीय न्यायालय ने जमानत पर रिहा कर दिया ।
ज्ञापन में कहा गया कि आज तक करिश्मा कुमारी के आवेदन पर गया पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। राज्य के संवैधानिक प्रमुख होने के नाते क्षत्रिय सेवा महासंघ ने राजयपाल महोदय से मामले पर संज्ञान लेते हुए त्वरित कार्रवाई करते हुऐ सरकार व गया जिला पुलिस प्रशासन को निर्देश देने का आग्रह किया गया। राज्यपाल महोदय ने क्षत्रिय सेवा महासंघ के प्रतिनिधिमंडल को आश्वत किया कि वे इस मामले को गंभीरता देखेंगे।